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30 Nov 2017 · 1 min read

कांटो ने जीने का सलीखा नही सीखा

मुक्तक……….

कांटो ने जीने का सलीखा नही सीखा
आँचल में फूलों के रहकर महकना नही सीखा
फितरत ही है जख़्म देना कांटो की
फूलों की तरह फितरत से परे रहना नही सीखा

भूपेंद्र रावत
30।11।2017

Language: Hindi
1 Like · 262 Views
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