क़ातिल मसीहा
मेरा महबूब मेरा रब बन गया!
क़ातिल-मसीहा सब बन गया!!
ना जाने किन सपनों में खोई थी
पता ही नहीं कि कब बन गया!!
Shekhar Chandra Mitra
मेरा महबूब मेरा रब बन गया!
क़ातिल-मसीहा सब बन गया!!
ना जाने किन सपनों में खोई थी
पता ही नहीं कि कब बन गया!!
Shekhar Chandra Mitra