कहानी का ऐसा किरदार होना है मुझे,
कहानी का ऐसा किरदार होना है मुझे,
डूबकर बचाने वाली पतवार होना है मुझे।
सूरज की आंखें चकाचौंध ना कर दूं,
तब तक और चमकदार होना है मुझे।
तेरे शहर में रहूं पर मिलूं नहीं तुझसे,
दो हज़ार बीस जैसा साल होना है मुझे।
जिसे कदर ना हो उसे मत चाहो,
बस इतना ही समझदार होना है मुझे….