इतना प्यार
मेरी मम्मा प्यारी मम्मा
इतना तो बतला दो यार
काम काज की उलझन में
कहां से लाती इतना प्यार ।
सुबह सवेरे उठ जाती हो
काम में फिर लग जाती हो
नींद भरी मेरी पलकों पर
स्नेह सदा बरसाती हो ।
मेरी मम्मा प्यारी मम्मा
इतना तो बतला दो यार
कितना प्यार भरा है मन में
कहां से लाती इतना प्यार ।
सुबह सुबह स्कूल को जाती
जाना पड़ता कितनी दूर
देर शाम को जब तुम आती
थक कर हो जाती जब चूर
मिलते ही मुस्कान आ जाती
चेहरे पर छा जाता नूर
मेरी मम्मा प्यारी मम्मा
इतना तो बतला दो यार
इतनी मुस्कान अपनेपन में
कहां से लाती इतना प्यार ।
रोज रोज एक नई कहानी
सोते वक्त सुनाती हो
दिन भर की थकान भूलकर
मन मेरा बहलाती हो
मेरी मम्मा प्यारी मम्मा
इतना तो बतला दो यार
कितना स्नेह भरा जीवन में
कहां से लाती इतना प्यार ।
अशोक सोनी
भिलाई ।