कहाँ है वो भारत
कहाँ है वो भारत
सोने की चिडि़या।
कहाँ वो संस्कृति
ललायत थी दुनिया।
कहाँ वो देव भूमि
राम और कृष्ण की
कहाँ वो राजनीत
सेवा व धर्म की।
कहाँ हैं वो महापुरुष
देश पर बलिदानी।
कहाँ वो न्यायधीश
करे अलग दूध और पानी।
कहाँ है वो पुलिस
करे देशभक्ति जनसेवा।
कहाँ हैं वो शिक्षक
राष्ट्रनिर्माणी जग देवा।
कहाँ है वो आजादी
देश ने दी कुर्बानी।
कहाँ वो एकता की पुकार
हम सब हिन्दुस्तानी।
राजेश कौरव “सुमित्र”