कहाँ चले गए मेरे साथी
कैसा है यह जीवन,
भरी पड़ी है उलझन,
पलभर का हँसना,
पलभर का रोना,
यहाँ साथी छूटते,
कुछ रिश्ते टूटते,
सुख दुःख की माया,
जान न कोई पाया,
यादों में आँसू बहाते,
कुछ अपने याद आते,
कल था बचपन प्यारा,
आज यह मन हारा,
अब किससे बात करेंगे,
अब किसके साथ चलेंगे,
देकर दुःख की आंधी,
कहाँ चले गए मेरे साथी,
सुनकर लगता यह सपना,
खो गया मेरा वो अपना,
बनकर अजनबी मिले थे कभी,
बहुत याद आएंगे ये दिन सभी,
।।।जेपीएल।।।