कहमुकरी
कहमुकरी-
अंतरंग गपशप दो सखियों की –
आगे- पीछे मेरे डोले
कान में कोई मंतर बोले
समझ न आए एक भी अच्छर
का सखि साजन ! ना सखि मच्छर
– सीमा अग्रवाल
मुरादाबाद
कहमुकरी-
अंतरंग गपशप दो सखियों की –
आगे- पीछे मेरे डोले
कान में कोई मंतर बोले
समझ न आए एक भी अच्छर
का सखि साजन ! ना सखि मच्छर
– सीमा अग्रवाल
मुरादाबाद