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24 Dec 2019 · 1 min read

कहमुकरी

साथ न छोड़े करे ढिठाई।
कैसे उसकी करूँ बड़ाई।
उसको कभी न आए ब्रीड़ा।
क्या सखि साजन?नहिं सखि पीड़ा।।1

उससे लिपट खूब सुख पाऊँ।
ठंडक को मैं दूर भगाऊँ।
उसका साथ लगे सुखदाई।
क्या सखि साजन?नहीं रजाई।।2
डाॅ बिपिन पाण्डेय

Language: Hindi
297 Views

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