#कहमुकरी
#कहमुकरी
कैसी बदली, कैसी बदली
देखूं जब भी, बोले पगली
रंग रूप का, यह है अर्पण
क्या सखि साजन, ना सखि दर्पण
रोज रात को, मुझे सतावे
आ जा आ जा, मुझे बुलावे
पूनम की यह, मंगल सजनी
क्या सखि साजन, ना सखि रजनी
सूर्यकांत
#कहमुकरी
कैसी बदली, कैसी बदली
देखूं जब भी, बोले पगली
रंग रूप का, यह है अर्पण
क्या सखि साजन, ना सखि दर्पण
रोज रात को, मुझे सतावे
आ जा आ जा, मुझे बुलावे
पूनम की यह, मंगल सजनी
क्या सखि साजन, ना सखि रजनी
सूर्यकांत