कहने वाले बिल्कुल सही कहा करते हैं…
कहने वाले बिल्कुल सही कहा करते हैं…
आगे तूफां के पर्वत नहीं ढहा करते है…!
सपनों का कुनबा जमा है जबसे आंखो में,
कोरो से मेरी आंसू नहीं बहा करते हैं…!
बेपर्दों की भी तो “हद “,देखो क्या हैं…..?
रहने वाले चुप ही नहीं रहा करते है…!
गर जिंदा हो तो दिखलाओ होकर जिंदा..
जो मुर्दा है वे कुछ भी नहीं कहा करते है!!
अब तक जो होता आया है होगा वो ही..
करने वाले “बाते ” नहीं किया करते है.!!
ईमां से जीवन जीना है आसां बहुत…
जो कहते है वो सच में नहीं जिया करते हैं!!
©प्रिया मैथिल