कहने को तो इस जहां में अपने सब हैं ,
कहने को तो इस जहां में अपने सब हैं ,
मगर वास्तव में अपना कोई भी नहीं ।
दिखते है यूं तो दामन रेशमी अति सुंदर ,
मगर आंसू पोंछने के लिए कोई नहीं।
कहने को तो इस जहां में अपने सब हैं ,
मगर वास्तव में अपना कोई भी नहीं ।
दिखते है यूं तो दामन रेशमी अति सुंदर ,
मगर आंसू पोंछने के लिए कोई नहीं।