कहते है ये
कहते है ये वो रास्ता है जो सच की तरफ बढ़ता है,
पर शायद ही अब कोई इस रास्ते पर चलता है।
मिलावटी दूध दाल है, बड़ा बुरा हाल है,
सच तो दूर है झूठ ही बड़ा कमाल सवाल है।
नेताजी वोट से पहले पढ़ते अपनी नेकी के कसीदे है,
लेकिन वोट मिलने के बाद ये जवाब होते बड़े पेचीदे है।
ऐसी वैसी तो जनाब कोई बात नहीं है,
पर झूठ को अब कोई आंच नहीं है।
शोर्ट कट के चक्कर मे मुंह की जो खाई है,
अब बस सीधा रास्ता ही एकमात्र दवाई है।