कवि
कवि
क- कलम से,
वि- विमर्श देने वाला
कलम से सोचने वाला।
कलम ही कवि का मित्र है।
कविता ही कवि का संपत्ति है।
अपनी कलम से ज्ञान की ज्योति जलाने वाला।
सौंदर्य को वर्णन करने वाला।
अपनी कलम से दुनिया को मार्ग निर्देशक देनेवाला।
दुनिया को बदलने वाला।
कवि का कलम कभी नही रुकती।
कभी नही झुगति।
कवि सोच का अंत नही है।
कवि नही चाहता उनकी सम्मन हो।
कवि चाहता कविता का सम्मान हो पाए।
जि. विजय कुमार
हैदराबाद, तेलंगाना