कवि का कवि से
‘ कवि का कवि से सम्मान होना चाहिए।
सुकवि का हृदय से आह्वान होना चाहिए।
तरन्नुम में पढें या ठेठ हिन्दी में,
काव्य का संविधान होना चाहिये।
डा.प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम
‘ कवि का कवि से सम्मान होना चाहिए।
सुकवि का हृदय से आह्वान होना चाहिए।
तरन्नुम में पढें या ठेठ हिन्दी में,
काव्य का संविधान होना चाहिये।
डा.प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम