Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
12 Apr 2018 · 2 min read

कविता

आरक्षण – एक भष्मासुर

आरक्षण एक भष्मासुर है
जिनलोगों ने इसकी सृष्टि की
शिव जी की भांति वही आज
उससे बचने के लिए
इधर उधर भाग रहे हैं,
अपने कर्मों पर पछता रहे हैं |
काम धंधे में, शिक्षा शिक्षण में
शासन में, प्रजापालन में
सेवा में, दान दक्षिणा पाने में,
सब में आरक्षण चला आ रहा है
सनातन काल से |
मनुष्य के पिता मनु का
आरक्षण नीति है यह |
शिक्षा गुरु ब्राहमण
मंदिर में ब्राहमण पुजारी का आरक्षण
शासन में क्षत्रिय का आरक्षण
वित्त में वैश्य एवं सेवा में
शूद्रों का एकक्षत्र आरक्षण |
इन आरक्षणों से सभी खुश थे
केवल शूद्रों को छोड़कर |
आज का संविधान
सनातन आरक्षण का है विस्तारण |
पूजा से लेकर जूता पालिस
सभी कर्म सब कर सके
इसका ही विवरण |
शिक्षा में, शासन में,
सभी काम धंधों में
आबादी के हिसाब से
सबको मिला है आरक्षण |
प्रजातंत्र का लाभ सबको
न्यायोचित रूप से मिले
संविधान देता संरक्षण |
इससे पुराने आरक्षितों को
परेशानी हो रही है,
उनका एकाधिकार छुट रहा है,
इसीलिए बार बार
संविधान को बदलने की बात कर रहे है |
मंदिर में अब गैर ब्राह्मण
पुजारी बन्ने लगे हैं,
शादी व्याह,नारी पुरोहित कराने लगी है,
प्रशासन के उच्चतम पद पर
दलित बैठने लगे हैं,
स्त्री और दलित शिक्षा के विरोधी के बच्चे
अब उनसे शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं |
गुरु में अब भक्ति नहीं रह गई
समाज में एकलव्यों की कमी हो गई है,
दक्षिणा के बदले अब अंगूठा दिखा रहा है |
पुराने आरक्षित लोग
योग्यता (मेरिट)के नाम पर
खून के आंसू बहा रहे हैं |
वे भूल जाते हैं कि
बिहार में योग्यतम व्यक्ति
जेल में हवा खाए हैं ,
व्यापम स्कैम में योग्यता
हासिल करने वाले
औरों की योग्यता पर
ऊँगली उठाते है |
योग्यता में लड़के
लड़कियों से पिछड़ गए हैं
फिर भी लड़कियों के लिए
आरक्षण की मांग हो रही है
क्योंकि, सदियों से वंचित, पीड़ित हैं ,
पिछड़े भी तो सदियों से वंचित, पीड़ित हैं |
आरक्षण आज भष्मासुर है,
गुर्जर, जाट, पटेल सबको
आरक्षण चाहिए |
नेता वोट के लिए वादा करते हैं
फिर पीछे हट जाते हैं |
आज के नेता
कल के मनु हैं,
अपने स्वार्थ में
आरक्षण को
अनादि काल तक
चालु रखना चाहते हैं |

सुनो ! ऐ भारत के नेताओं
भारत का नाम बदल दो
इसका नाम ‘आरक्षित देश’ कर दो
ब्राह्मण,क्षत्रिय, वैश्य, शुद्र
मुस्लिम, क्रिश्चियन, पारसी
और जो भी है आदिवासी
आबादी के हिसाब से सबको
समुचित आरक्षण दे दो
कोई शिकायत न हो
ऐसी व्यवस्था कर दो
सबके गिले दूर कर दो |

कालीपद ‘प्रसाद’

Language: Hindi
679 Views

You may also like these posts

प्रशंसा नहीं करते ना देते टिप्पणी जो ,
प्रशंसा नहीं करते ना देते टिप्पणी जो ,
ओनिका सेतिया 'अनु '
घर घर कान्हा!
घर घर कान्हा!
Jai krishan Uniyal
" मैं "
Dr. Kishan tandon kranti
सारथी
सारथी
krishna waghmare , कवि,लेखक,पेंटर
भगवान
भगवान
Anil chobisa
बदली में विश्राम
बदली में विश्राम
RAMESH SHARMA
ये मोहब्बत की कहानी नही मरती लेकिन
ये मोहब्बत की कहानी नही मरती लेकिन
इशरत हिदायत ख़ान
षडयंत्र
षडयंत्र
ललकार भारद्वाज
एक रिश्ता शुरू हुआ और तेरी मेरी कहानी बनी
एक रिश्ता शुरू हुआ और तेरी मेरी कहानी बनी
Rekha khichi
हमें पकड़ते नहीं
हमें पकड़ते नहीं
महेश चन्द्र त्रिपाठी
उड़ परिंदे
उड़ परिंदे
Shinde Poonam
यदि कोई आपके मैसेज को सीन करके उसका प्रत्युत्तर न दे तो आपको
यदि कोई आपके मैसेज को सीन करके उसका प्रत्युत्तर न दे तो आपको
Rj Anand Prajapati
बांध लो बेशक बेड़ियाँ कई,
बांध लो बेशक बेड़ियाँ कई,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
।।
।।
*प्रणय*
लोग कहते हैं चांद भी शर्मा जाए इतनी खूबसूरत हो तुम,
लोग कहते हैं चांद भी शर्मा जाए इतनी खूबसूरत हो तुम,
Aditya Prakash
Roy79 là cổng game bài đổi thưởng, casino online uy tín hàng
Roy79 là cổng game bài đổi thưởng, casino online uy tín hàng
roy79biz
सरस्वती बंदना
सरस्वती बंदना
Basant Bhagawan Roy
तेरा यूं सताना अच्छा लगता है,
तेरा यूं सताना अच्छा लगता है,
Jyoti Roshni
जिंदगी को रोशन करने के लिए
जिंदगी को रोशन करने के लिए
Ragini Kumari
युग बदल गया
युग बदल गया
Rajesh Kumar Kaurav
Drd
Drd
Neeleshkumar Gupt
अरमान गिर पड़े थे राहों में
अरमान गिर पड़े थे राहों में
सिद्धार्थ गोरखपुरी
क्या होता जो इस दुनिया में गम न होता
क्या होता जो इस दुनिया में गम न होता
Girija Arora
हमारा संघर्ष
हमारा संघर्ष
पूर्वार्थ
2510.पूर्णिका
2510.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
विचार
विचार
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
वह है हिंदी हमारी
वह है हिंदी हमारी
gurudeenverma198
ग़म-ख़ुशी सब परख के चुप था वो- संदीप ठाकुर
ग़म-ख़ुशी सब परख के चुप था वो- संदीप ठाकुर
Sandeep Thakur
जिंदगी
जिंदगी
Neeraj Agarwal
अष्टम कन्या पूजन करें,
अष्टम कन्या पूजन करें,
Neelam Sharma
Loading...