कविता
हर घर में तिरंगा लहराये
सब मिलकर संकल्प करें
हर घर में तिरंगा लहराये।
आन बान और शान हमारी
हमको ये तिरंगा प्यारा है।
सबसे सुन्दर सबसे अच्छा
दुनिया में सबसे न्यारा है।
सब मिलकर संकल्प करें
हर घर में तिरंगा लहराये।
भारत की यह गौरव गाथा
हर दिल की ये चाहत है।
तीन रंग का सुन्दर सा यह
देता हर दिल को राहत है।
सबसे ऊंचा झंडा अपना
देखो कैसे है ये फहराये।
पूरब से पश्चिम तक ये ही
उत्तर से दक्षिण तक फहरे।
वन उपवन जल-थल नाचे
नदियों में उठती है लहरें।
सब मिलकर संकल्प करें
हर घर में तिरंगा लहराये।
डॉ सरला सिंह “स्निग्धा”
दिल्ली