अंधेर नगरी
अंधेर नगरी
डॉ.विनीत एम.सी
सच की राह पर जो भी चला है
आग की दरिया में जला है।
झूठे,मक्कार, फ़रेबों की हैं राज यहां,
अंधेर नगरी में सूरज भी ढला हैं।।
अंधेर नगरी
डॉ.विनीत एम.सी
सच की राह पर जो भी चला है
आग की दरिया में जला है।
झूठे,मक्कार, फ़रेबों की हैं राज यहां,
अंधेर नगरी में सूरज भी ढला हैं।।