Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
1 May 2024 · 1 min read

कविता

मेरे मन की पीर है कविता!
जो तुझे करे अधीर है कविता!!

कभी मन को सहला जाए,
कभी घाव करे गंभीर है कविता!!

कभी कल-कल बहती नदिया,
कभी समन्दर का नीर है कविता!!

कभी उड़ा ले जाये अंधड़ की ताई,
कभी भोर का समीर है कविता !!

तुम कया जानो क्या समझो नहीं पता?
मेरे लिए मेरा ज़मीर है कविता!!

Language: Hindi
1 Like · 120 Views
Books from Bodhisatva kastooriya
View all

You may also like these posts

"कुछ तो गुन गुना रही हो"
Lohit Tamta
हिंदी दोहे-प्राण
हिंदी दोहे-प्राण
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
कौन नहीं है...?
कौन नहीं है...?
Srishty Bansal
विवेकवान मशीन
विवेकवान मशीन
Sandeep Pande
पटकथा
पटकथा
Mahender Singh
जब तक जेब में पैसो की गर्मी थी
जब तक जेब में पैसो की गर्मी थी
Sonit Parjapati
मन के हारे हार है
मन के हारे हार है
Vivek Yadav
वो जो बातें अधूरी सुनाई देती हैं,
वो जो बातें अधूरी सुनाई देती हैं,
पूर्वार्थ
* दिल का खाली  गराज है *
* दिल का खाली गराज है *
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
चलो इसे ही अपनी पार्टी से चुनाव लड़ाते है
चलो इसे ही अपनी पार्टी से चुनाव लड़ाते है
Neeraj Mishra " नीर "
इख़्तिलाफ़
इख़्तिलाफ़
अंसार एटवी
कर्ण का शौर्य
कर्ण का शौर्य
प्रकाश जुयाल 'मुकेश'
कहानी-
कहानी- "हाजरा का बुर्क़ा ढीला है"
Dr Tabassum Jahan
■हरियाणा■
■हरियाणा■
*प्रणय*
दीया इल्म का कोई भी तूफा बुझा नहीं सकता।
दीया इल्म का कोई भी तूफा बुझा नहीं सकता।
Phool gufran
परिवार की चिंता,
परिवार की चिंता,
Ranjeet kumar patre
सच तो तस्वीर,
सच तो तस्वीर,
Neeraj Agarwal
दवाखाना  से अब कुछ भी नहीं होता मालिक....
दवाखाना से अब कुछ भी नहीं होता मालिक....
सिद्धार्थ गोरखपुरी
गले लगाया कर
गले लगाया कर
अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’
तुम शब्द मैं अर्थ बनूँ
तुम शब्द मैं अर्थ बनूँ
Saraswati Bajpai
तन्हा जिंदगी अब जीया न जाती है
तन्हा जिंदगी अब जीया न जाती है
डॉ.एल. सी. जैदिया 'जैदि'
मुझमें भी कुछ अच्छा है
मुझमें भी कुछ अच्छा है
Shweta Soni
3568.💐 *पूर्णिका* 💐
3568.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
ग़लतफ़हमी में क्यों पड़ जाते हो...
ग़लतफ़हमी में क्यों पड़ जाते हो...
Ajit Kumar "Karn"
सुनो...
सुनो...
हिमांशु Kulshrestha
सामाजिक रिवाज
सामाजिक रिवाज
अनिल "आदर्श"
"रिश्ता"
Dr. Kishan tandon kranti
नव वर्ष हैप्पी वाला
नव वर्ष हैप्पी वाला
Satish Srijan
मैं कैसे कहूं कि क्या क्या बदल गया,
मैं कैसे कहूं कि क्या क्या बदल गया,
Jyoti Roshni
*संगीत के क्षेत्र में रामपुर की भूमिका : नेमत खान सदारंग से
*संगीत के क्षेत्र में रामपुर की भूमिका : नेमत खान सदारंग से
Ravi Prakash
Loading...