Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
30 Jan 2022 · 1 min read

कविता

??नारी??
हां में नारी हूं, अबला नहीं, सबला नारी हूं,समझ कर कमजोर मुझको,
किया आघात मुझ पर,
पर!में लाचार नहीं,
मुझे दूधिया तलवार समझो।
हां में नारी हूं अबला नहीं सबलानारी हूं

क ई रूप हें नारी के,कभी माता ,बहन
कभी दुर्गा, लक्ष्मी और काली,
कभी चण्डी हे बन जाती,
मत समझो कमजोर मुझे तुम,
सशक्त हे साकार भी,
जब भी कोईविपदा आती,
नारी शक्ति का भण्डार है बन जाती।
हां में नारी हूं—-
कभी पहाड़ों पे माउन्ट एवरेस्ट में,
अपना झंडा फहराती,
कभी आसमान में उड़ कर,
फाइटर प्लेन उड़ाती,
हां में नारी हूं—–
सदा करो सम्मान इनका,
निरादर मत करो इनका,
ईश्वर की उत्कृष्ट कृति हे नारी,
शत,-शत नमन करो इनका।
हां में नारी हूं—–
मानव को जन्म देकर,मां कहलाने वाली,
एक पहचान देने वाली जननी हे नारी,
बच्चों के लिए, हर दुख पीड़ा सह जाती हे नारी,
उफ!भी वही करती सह जाती हे वेदना सारी,
हां में नारी हूं अबला नहीं, सबला शक्ति शाली हूं नारी।।

सुषमा सिंह उर्मि
कानपुर

Language: Hindi
485 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Sushma Singh
View all
You may also like:
तेवरी में रागात्मक विस्तार +रमेशराज
तेवरी में रागात्मक विस्तार +रमेशराज
कवि रमेशराज
बस एक कदम दूर थे
बस एक कदम दूर थे
'अशांत' शेखर
*कभी लगता है जैसे धर्म, सद्गुण का खजाना है (हिंदी गजल/गीतिका
*कभी लगता है जैसे धर्म, सद्गुण का खजाना है (हिंदी गजल/गीतिका
Ravi Prakash
चाय की दुकान पर
चाय की दुकान पर
gurudeenverma198
A daughter's reply
A daughter's reply
Bidyadhar Mantry
इतना तो अधिकार हो
इतना तो अधिकार हो
Dr fauzia Naseem shad
अमावस्या में पता चलता है कि पूर्णिमा लोगो राह दिखाती है जबकि
अमावस्या में पता चलता है कि पूर्णिमा लोगो राह दिखाती है जबकि
Rj Anand Prajapati
सेर
सेर
सूरज राम आदित्य (Suraj Ram Aditya)
सोशल मीडिया पर दूसरे के लिए लड़ने वाले एक बार ज़रूर पढ़े…
सोशल मीडिया पर दूसरे के लिए लड़ने वाले एक बार ज़रूर पढ़े…
Anand Kumar
रुकना हमारा काम नहीं...
रुकना हमारा काम नहीं...
AMRESH KUMAR VERMA
बेटी और प्रकृति, ईश्वर की अद्भुत कलाकृति।
बेटी और प्रकृति, ईश्वर की अद्भुत कलाकृति।
लक्ष्मी सिंह
ख़बर है आपकी ‘प्रीतम’ मुहब्बत है उसे तुमसे
ख़बर है आपकी ‘प्रीतम’ मुहब्बत है उसे तुमसे
आर.एस. 'प्रीतम'
यारा  तुम  बिन गुजारा नही
यारा तुम बिन गुजारा नही
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
■ शेर
■ शेर
*प्रणय प्रभात*
***
***
sushil sarna
आज का नेता
आज का नेता
Shyam Sundar Subramanian
प्रेम
प्रेम
Bodhisatva kastooriya
3154.*पूर्णिका*
3154.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
प्रेम की तलाश में सिला नही मिला
प्रेम की तलाश में सिला नही मिला
इंजी. संजय श्रीवास्तव
* वर्षा ऋतु *
* वर्षा ऋतु *
surenderpal vaidya
Thought
Thought
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
जिंदगी के उतार चढ़ाव में
जिंदगी के उतार चढ़ाव में
Manoj Mahato
मन बड़ा घबराता है
मन बड़ा घबराता है
Harminder Kaur
चार कदम चोर से 14 कदम लतखोर से
चार कदम चोर से 14 कदम लतखोर से
शेखर सिंह
दुआ सलाम
दुआ सलाम
Dr. Pradeep Kumar Sharma
नारी भाव
नारी भाव
Dr. Vaishali Verma
पापा , तुम बिन जीवन रीता है
पापा , तुम बिन जीवन रीता है
Dilip Kumar
पहुँचाया है चाँद पर, सफ़ल हो गया यान
पहुँचाया है चाँद पर, सफ़ल हो गया यान
Dr Archana Gupta
शब्द
शब्द
ओंकार मिश्र
मुक्तक-
मुक्तक-
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
Loading...