कविता
किस्मत का भरोसा क्या करना हर कोई बेगाना होता है
साथ साथ चलने वाला भी साथ छोड़ देता है
ये 21वी सदी है यारा चलता पेन भी धोखा देता है ।
साथ साथ चलने वाला भी, साथ छोड़ देता है ।
किस्मत का भरोसा क्या करना हर कोई बेगाना होता है
साथ साथ चलने वाला भी साथ छोड़ देता है
ये 21वी सदी है यारा चलता पेन भी धोखा देता है ।
साथ साथ चलने वाला भी, साथ छोड़ देता है ।