Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
20 Jan 2017 · 1 min read

कविता

हर शाम घर लौटकर
आयने में देखकर हमें ही शर्म आने लगें,
अपनी आँखों से आँखें मिला न पाएं…..
ऐसा क्यूं जियें हम?
सूर्य बदल रहा है…
आओ, हम भी बदलें अपने आप को !
इंसान हैं हम !
*
|| पंकज त्रिवेदी |

Language: Hindi
480 Views

You may also like these posts

सिन्दूर  (क्षणिकाएँ ).....
सिन्दूर (क्षणिकाएँ ).....
sushil sarna
होली आने वाली है
होली आने वाली है
नेताम आर सी
प्यार का उपहार तुमको मिल गया है।
प्यार का उपहार तुमको मिल गया है।
surenderpal vaidya
जज्बात लिख रहा हूॅ॑
जज्बात लिख रहा हूॅ॑
VINOD CHAUHAN
"नजरों से न गिरना"
Dr. Kishan tandon kranti
हमेशा सच बोलने का इक तरीका यह भी है कि
हमेशा सच बोलने का इक तरीका यह भी है कि
Aarti sirsat
एक उम्मीद छोटी सी...
एक उम्मीद छोटी सी...
NAVNEET SINGH
क्रिसमस डे
क्रिसमस डे
Sudhir srivastava
जिस दिन ना तुझे देखूं दिन भर पुकारती हूं।
जिस दिन ना तुझे देखूं दिन भर पुकारती हूं।
Phool gufran
ग़ज़ल
ग़ज़ल
Neelofar Khan
गुरु शिष्य परंपरा
गुरु शिष्य परंपरा
Karuna Bhalla
*अभिनंदनीय हैं सर्वप्रथम, सद्बुद्धि गणेश प्रदाता हैं (राधेश्
*अभिनंदनीय हैं सर्वप्रथम, सद्बुद्धि गणेश प्रदाता हैं (राधेश्
Ravi Prakash
" अलबेले से गाँव है "
भगवती प्रसाद व्यास " नीरद "
नए पुराने रूटीन के याचक
नए पुराने रूटीन के याचक
Dr MusafiR BaithA
ज़िंदगी की
ज़िंदगी की
Dr fauzia Naseem shad
हम चुप रहे कभी किसी को कुछ नहीं कहा
हम चुप रहे कभी किसी को कुछ नहीं कहा
Dr Archana Gupta
वो मुझे अपना पहला प्रेम बताती है।
वो मुझे अपना पहला प्रेम बताती है।
पूर्वार्थ
#रिश्ते #
#रिश्ते #
rubichetanshukla 781
मिलकर सृजन के गीत गाएं...
मिलकर सृजन के गीत गाएं...
TAMANNA BILASPURI
‘ विरोधरस ‘---8. || आलम्बन के अनुभाव || +रमेशराज
‘ विरोधरस ‘---8. || आलम्बन के अनुभाव || +रमेशराज
कवि रमेशराज
मुसलमान होना गुनाह
मुसलमान होना गुनाह
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
अनुसंधान
अनुसंधान
AJAY AMITABH SUMAN
श्याम दिलबर बना जब से
श्याम दिलबर बना जब से
Khaimsingh Saini
तुम्हारा हो
तुम्हारा हो
Deepesh Dwivedi
प्रेम पीड़ा
प्रेम पीड़ा
Shivkumar barman
कश्मीर में चल रहे जवानों और आतंकीयो के बिच मुठभेड़
कश्मीर में चल रहे जवानों और आतंकीयो के बिच मुठभेड़
कुंवर तुफान सिंह निकुम्भ
बज्जिका के पहिला कवि ताले राम
बज्जिका के पहिला कवि ताले राम
Udaya Narayan Singh
नहीं मैं -गजल
नहीं मैं -गजल
Dr Mukesh 'Aseemit'
🧟☠️अमावस की रात☠️🧟
🧟☠️अमावस की रात☠️🧟
SPK Sachin Lodhi
2903.*पूर्णिका*
2903.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
Loading...