Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
26 Oct 2020 · 1 min read

कविता

बाल कलाकार
*
चौदह वर्ष से
कम उम्र के बच्चों को
नहीं है बाल मजदूरी कर के
पेट पालने या कमाने का
कानून अधिकार
मगर
टीवी शोज़ में
सिरियल्स में
फ़िल्मों इत्यादि
में
होतें हैं ये
बाल कलाकार
-अजय प्रसाद

Language: Hindi
1 Like · 468 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
यादों के तराने
यादों के तराने
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
कभी अंधेरे में हम साया बना हो,
कभी अंधेरे में हम साया बना हो,
goutam shaw
हादसे पैदा कर
हादसे पैदा कर
Shekhar Chandra Mitra
There are seasonal friends. We meet them for just a period o
There are seasonal friends. We meet them for just a period o
पूर्वार्थ
"रस्सी"
Dr. Kishan tandon kranti
मुहब्बत ने मुहब्बत से सदाक़त सीख ली प्रीतम
मुहब्बत ने मुहब्बत से सदाक़त सीख ली प्रीतम
आर.एस. 'प्रीतम'
तुम्हें नहीं पता, तुम कितनों के जान हो…
तुम्हें नहीं पता, तुम कितनों के जान हो…
Anand Kumar
चाहत 'तुम्हारा' नाम है, पर तुम्हें पाने की 'तमन्ना' मुझे हो
चाहत 'तुम्हारा' नाम है, पर तुम्हें पाने की 'तमन्ना' मुझे हो
Sukoon
शिक़ायत (एक ग़ज़ल)
शिक़ायत (एक ग़ज़ल)
Vinit kumar
मां
मां
Sanjay ' शून्य'
2630.पूर्णिका
2630.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
नियति
नियति
Shyam Sundar Subramanian
मेरा जीवन,मेरी सांसे सारा तोहफा तेरे नाम। मौसम की रंगीन मिज़ाजी,पछुवा पुरवा तेरे नाम। ❤️
मेरा जीवन,मेरी सांसे सारा तोहफा तेरे नाम। मौसम की रंगीन मिज़ाजी,पछुवा पुरवा तेरे नाम। ❤️
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
में स्वयं
में स्वयं
PRATIK JANGID
*नदारद शब्दकोषों से, हुआ ज्यों शब्द सेवा है (मुक्तक)*
*नदारद शब्दकोषों से, हुआ ज्यों शब्द सेवा है (मुक्तक)*
Ravi Prakash
रोशन है अगर जिंदगी सब पास होते हैं
रोशन है अगर जिंदगी सब पास होते हैं
VINOD CHAUHAN
बीज
बीज
Dr.Priya Soni Khare
“गर्व करू, घमंड नहि”
“गर्व करू, घमंड नहि”
DrLakshman Jha Parimal
सम्पूर्ण सनातन
सम्पूर्ण सनातन
Jeewan Singh 'जीवनसवारो'
जेष्ठ अमावस माह का, वट सावित्री पर्व
जेष्ठ अमावस माह का, वट सावित्री पर्व
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
जिस के नज़र में पूरी दुनिया गलत है ?
जिस के नज़र में पूरी दुनिया गलत है ?
Sandeep Mishra
चक्षु सजल दृगंब से अंतः स्थल के घाव से
चक्षु सजल दृगंब से अंतः स्थल के घाव से
Er.Navaneet R Shandily
दर्पण
दर्पण
Kanchan verma
*सांच को आंच नहीं*
*सांच को आंच नहीं*
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
मार्केटिंग फंडा
मार्केटिंग फंडा
Dr. Pradeep Kumar Sharma
न जाने क्या ज़माना चाहता है
न जाने क्या ज़माना चाहता है
Dr. Alpana Suhasini
काम ये करिए नित्य,
काम ये करिए नित्य,
Shweta Soni
*****श्राद्ध कर्म*****
*****श्राद्ध कर्म*****
Kavita Chouhan
पहले साहब परेशान थे कि हिन्दू खतरे मे है
पहले साहब परेशान थे कि हिन्दू खतरे मे है
शेखर सिंह
नेता सोये चैन से,
नेता सोये चैन से,
sushil sarna
Loading...