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10 Jan 2019 · 1 min read

कविता

दिल खोल कर रख दिया तुने
सूनी पडी जिन्दगी मे
मोहब्बत से तेरी शरोबार हो गया हू
मिलती रही साँस दर साँस चाहत तेरी इस कदर
तेरी दिवानगी का आदी हो गया हूँ।
मेरी हर साँस मे तु , हर ख्वाब मे तु।
याद मे तु, हर बात मे तु ।
पहली अजान कि दूआ तु,
हर खूशी कि मुस्कान तु।
जिस तरह बै मौसम बारीश सुखे पत्तो पर आवाज करती है,,,
तु बिन बोले ही मुझसे इस कदर बात करती है।
तेरे एहसास मे सिमट सा गया हूँ,
कभी न सुलझे ऐसे बंधन मे उलझ सा गया हूँ।
साथ तेरा बस प्यार, विश्वास और सूकुन भरी जिन्दगी है,
मैं तेरी और तु मैरी बंदगी है।

,,,,, सोनु सुगंध,,,,,,, २५/०८/२०१८

Language: Hindi
438 Views
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