Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
6 Feb 2024 · 1 min read

(कविता शीर्षक) *जागृति की मशाल*

*नए युग का नया सवेरा स्वर्णिम सपनों का
अद्भुत मेला मन अलबेला
देखे स्वर्णिम युग का नित्य नूतन सवेरा*

*मन में भावनाओं का गहरा समुंदर
जिसमे विचारों का अद्वितीय खजाना
जीवन का तराना सरगम की धुन पर
जीवन के उतार-चढ़ाव का आना जाना*

*कविता मात्र शब्दों का मेल नहीं
वाक्यों के जोड़ – तोड़ का खेल भी नहीं
कविता विचारों का प्रवाह है
आत्मा की गहराई में से समुद्र मंथन के पश्चात निकली
शुद्ध पवित्र एवम् परिपक्व विचारो के
अमूल्य रत्नों का अमृतपान है *

धैर्य की पूंजी सौंदर्य की पवित्रता
प्रकृति सा आभूषण धरती सा धैर्य
अनन्त आकाश में रोशन होते असंख्य सितारों के
दिव्य तेज का पुंज चंद्रमा सी शीतलता का एहसास
सूर्य के तेज से तपती काव्य धारा
स्वच्छ निर्मल जल की तरलता का प्रवाह
काव्य अंतरिक्ष के रहस्यमयी त्थयों की परिकल्पना
का सार है,साकारत्मक विचारो के जागृति की मशाल होती है*

Language: Hindi
89 Views
Books from Ritu Asooja
View all

You may also like these posts

स्वतंत्रता की नारी
स्वतंत्रता की नारी
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
मुक्तक
मुक्तक
नूरफातिमा खातून नूरी
चालाकी कहां मिलती है मुझे भी बता दो,
चालाकी कहां मिलती है मुझे भी बता दो,
Shubham Pandey (S P)
फोन का ख़ास नम्बर
फोन का ख़ास नम्बर
Rekha khichi
ये ज़िंदगी डराती है, डरते नहीं हैं...
ये ज़िंदगी डराती है, डरते नहीं हैं...
Ajit Kumar "Karn"
🙅आसक्तिकरण🙅
🙅आसक्तिकरण🙅
*प्रणय*
प्रेम का कोई रूप नहीं होता जब किसी की अनुभूति....
प्रेम का कोई रूप नहीं होता जब किसी की अनुभूति....
Ranjeet kumar patre
"गंगा माँ बड़ी पावनी"
Ekta chitrangini
15. *नाम बदला- जिंदगी बदली*
15. *नाम बदला- जिंदगी बदली*
Dr .Shweta sood 'Madhu'
कविता __ ( मन की बात , हिंदी के साथ )
कविता __ ( मन की बात , हिंदी के साथ )
Neelofar Khan
महफिलों में अब वो बात नहीं
महफिलों में अब वो बात नहीं
Chitra Bisht
ड्राइवर,डाकिया,व्यापारी,नेता और पक्षियों को बहुत दूर तक के स
ड्राइवर,डाकिया,व्यापारी,नेता और पक्षियों को बहुत दूर तक के स
Rj Anand Prajapati
"कैद"
ओसमणी साहू 'ओश'
विषय-कृषक मजदूर होते जा रहे हैं।
विषय-कृषक मजदूर होते जा रहे हैं।
Priya princess panwar
बस एक कहानी .....
बस एक कहानी .....
संजीवनी गुप्ता
कुछ रूबाइयाँ...
कुछ रूबाइयाँ...
आर.एस. 'प्रीतम'
मेरी ज़िन्दगी
मेरी ज़िन्दगी
Shailendra Aseem
आज की शाम।
आज की शाम।
Dr. Jitendra Kumar
चुनौती
चुनौती
Ragini Kumari
*दृष्टि में बस गई, कैकई-मंथरा (हिंदी गजल)*
*दृष्टि में बस गई, कैकई-मंथरा (हिंदी गजल)*
Ravi Prakash
सत्य कथन
सत्य कथन
Rambali Mishra
मुलाकात
मुलाकात
sheema anmol
नीम की झूमती डाल के पार
नीम की झूमती डाल के पार
Madhuri mahakash
गूंगा ज़माना बोल रहा है,
गूंगा ज़माना बोल रहा है,
Bindesh kumar jha
आइसक्रीम के बहाने
आइसक्रीम के बहाने
Dr. Pradeep Kumar Sharma
"हां, गिरके नई शुरुआत चाहता हूँ ll
पूर्वार्थ
लौटेगी ना फिर कभी,
लौटेगी ना फिर कभी,
sushil sarna
3968.💐 *पूर्णिका* 💐
3968.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
इतनी मिलती है तेरी सूरत से सूरत मेरी ‌
इतनी मिलती है तेरी सूरत से सूरत मेरी ‌
Phool gufran
" तेरा एहसान "
Dr Meenu Poonia
Loading...