Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
15 May 2024 · 1 min read

कविता : नारी

1 $–कविता : नारी –$

मन के भाव ललित हो जाएं,
एक छंद बनती है कविता ।
किसी भाव के शूल गड़े तो,
नवल बंध गढ़ती है कविता ।।

भावो का अतिरेक उमड़ता,
पन्नो पर चित जाती कविता ।
बुद्धि भाव का मेल मिले तो,
नव भाषा लिख जाती कविता ।।

मिट्टी से जब खुशबू उठती,
सरस् फूट आती है कविता ।
सागर से लहरे जब खेले,
हँसती खिलती गाती कविता ।।

खेतो में जब जलना होता,
पिघल स्वेद बनती है कविता ।
पत्थर जब हाथो से टूटे,
सुलग भूख बनती है कविता ।।

जब मन की चटखन सुनती,
दबे पांव आती है कविता ।
जब जब होती भटकन में,
ठहर ठहर छूती है कविता ।।

सन्नाटों से बातें होती,
एकाकी रिसती है कविता ।
जब पांवो में छाले फूटे,
पीड़ा से रोती है कविता ।।

सुशीला जोशी
9719260777

Language: Hindi
33 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
तुम्हारे प्रश्नों के कई
तुम्हारे प्रश्नों के कई
लक्ष्मी वर्मा प्रतीक्षा
मेरे सब्र की इंतहां न ले !
मेरे सब्र की इंतहां न ले !
ओसमणी साहू 'ओश'
Now we have to introspect how expensive it was to change the
Now we have to introspect how expensive it was to change the
DrLakshman Jha Parimal
आखिरी दिन होगा वो
आखिरी दिन होगा वो
shabina. Naaz
कलमबाज
कलमबाज
Mangilal 713
3240.*पूर्णिका*
3240.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
अदम्य जिजीविषा के धनी श्री राम लाल अरोड़ा जी
अदम्य जिजीविषा के धनी श्री राम लाल अरोड़ा जी
Ravi Prakash
दिल कि गली
दिल कि गली
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
"वक्त" भी बड़े ही कमाल
नेताम आर सी
रात भर नींद भी नहीं आई
रात भर नींद भी नहीं आई
Shweta Soni
ये दुनिया भी हमें क्या ख़ूब जानती है,
ये दुनिया भी हमें क्या ख़ूब जानती है,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
श्रेष्ठ बंधन
श्रेष्ठ बंधन
Dr. Mulla Adam Ali
तारे हैं आसमां में हजारों हजार दोस्त।
तारे हैं आसमां में हजारों हजार दोस्त।
सत्य कुमार प्रेमी
#सामयिक_व्यंग्य...
#सामयिक_व्यंग्य...
*प्रणय प्रभात*
ज्ञान~
ज्ञान~
दिनेश एल० "जैहिंद"
एक तरफा प्यार
एक तरफा प्यार
Neeraj Agarwal
*चांद नहीं मेरा महबूब*
*चांद नहीं मेरा महबूब*
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
राखी सांवन्त
राखी सांवन्त
DR ARUN KUMAR SHASTRI
आरक्षण
आरक्षण
Artist Sudhir Singh (सुधीरा)
नए साल के ज़श्न को हुए सभी तैयार
नए साल के ज़श्न को हुए सभी तैयार
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
दर-बदर की ठोकरें जिन्को दिखातीं राह हैं
दर-बदर की ठोकरें जिन्को दिखातीं राह हैं
Manoj Mahato
वक्रतुंडा शुचि शुंदा सुहावना,
वक्रतुंडा शुचि शुंदा सुहावना,
Neelam Sharma
राम भजन
राम भजन
आर.एस. 'प्रीतम'
वो जो आए दुरुस्त आए
वो जो आए दुरुस्त आए
VINOD CHAUHAN
तोंदू भाई, तोंदू भाई..!!
तोंदू भाई, तोंदू भाई..!!
Kanchan Khanna
Irritable Bowel Syndrome
Irritable Bowel Syndrome
Tushar Jagawat
दिल तड़प उठता है, जब भी तेरी याद आती है,😥
दिल तड़प उठता है, जब भी तेरी याद आती है,😥
SPK Sachin Lodhi
रौशनी को राजमहलों से निकाला चाहिये
रौशनी को राजमहलों से निकाला चाहिये
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
छोटी छोटी चीजें देख कर
छोटी छोटी चीजें देख कर
Dheerja Sharma
मुझे तुमसे अनुराग कितना है?
मुझे तुमसे अनुराग कितना है?
Bodhisatva kastooriya
Loading...