मेरा दिन भी आएगा !
Dinesh Yadav (दिनेश यादव)
*1977 में दो बार दिल्ली की राजनीतिक यात्राएँ: सुनहरी यादें*
राष्ट्र भाषा -स्वरुप, चुनौतियां और सम्भावनायें
डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम
पूनम की चांदनी रात हो,पिया मेरे साथ हो
अधूरी रह जाती दस्तान ए इश्क मेरी
माॅ॑ बहुत प्यारी बहुत मासूम होती है
******** प्रेम भरे मुक्तक *********
तपन ने सबको छुआ है / गर्मी का नवगीत
समाप्त वर्ष 2023 मे अगर मैने किसी का मन व्यवहार वाणी से किसी
तुम्हारी यादें
अजहर अली (An Explorer of Life)
।। सुविचार ।।
विनोद कृष्ण सक्सेना, पटवारी
रातों में नींद तो दिन में सपने देखे,
ये बता दे तू किधर जाएंगे।