Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
23 May 2023 · 1 min read

कविता खुद हो जाती है

मैं कब कविता कहती हूँ

तुम कहते हो तुमको मेरी
कविता नहीं सुहाती है।
लेकिन मैं कब कविता कहती
कविता खुद हो जाती है!
प्यार तुम्हारा,गुस्सा-नफरत
जब मुझको तड़पाती है।
हूक हृदय की शब्दों में ढल
कागज़ पर बिछ जाती है।
मेरे अंतर्मन की वेदना
जब अंगड़ाई लेती है
कलम उठा लेते है हाथ
और कविता हो जाती है।
तुमको भले शूल सी चुभती
मुझको सुख पहुंचाती है,
मैं कब कविता कहती हूँ
कविता खुद हो जाती है!
***धीरजा शर्मा**

1 Like · 89 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Dheerja Sharma
View all
You may also like:
"अजीब दस्तूर"
Dr. Kishan tandon kranti
कहने का मौका तो दिया था तुने मगर
कहने का मौका तो दिया था तुने मगर
Swami Ganganiya
मैं भी चुनाव लड़ूँगा (हास्य कविता)
मैं भी चुनाव लड़ूँगा (हास्य कविता)
Dr. Kishan Karigar
प्यार जताना नहीं आता मुझे
प्यार जताना नहीं आता मुझे
MEENU SHARMA
हम खुद से प्यार करते हैं
हम खुद से प्यार करते हैं
ruby kumari
I know that you are tired of being in this phase of life.I k
I know that you are tired of being in this phase of life.I k
पूर्वार्थ
इंसानियत का चिराग
इंसानियत का चिराग
Ritu Asooja
जीने का हक़!
जीने का हक़!
कविता झा ‘गीत’
जय माता दी -
जय माता दी -
Raju Gajbhiye
हमने भी मौहब्बत में इन्तेक़ाम देखें हैं ।
हमने भी मौहब्बत में इन्तेक़ाम देखें हैं ।
Phool gufran
अपने प्रयासों को
अपने प्रयासों को
Dr fauzia Naseem shad
बसंती बहार
बसंती बहार
इंजी. संजय श्रीवास्तव
कविता तुम क्या हो?
कविता तुम क्या हो?
निरंजन कुमार तिलक 'अंकुर'
मां गोदी का आसन स्वर्ग सिंहासन💺
मां गोदी का आसन स्वर्ग सिंहासन💺
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
स्त्री-देह का उत्सव / MUSAFIR BAITHA
स्त्री-देह का उत्सव / MUSAFIR BAITHA
Dr MusafiR BaithA
ग़र वो जानना चाहतें तो बताते हम भी,
ग़र वो जानना चाहतें तो बताते हम भी,
ओसमणी साहू 'ओश'
यदि आपका स्वास्थ्य
यदि आपका स्वास्थ्य
Paras Nath Jha
*डॉ. विश्व अवतार जैमिनी की बाल कविताओं का सौंदर्य*
*डॉ. विश्व अवतार जैमिनी की बाल कविताओं का सौंदर्य*
Ravi Prakash
सितम फिरदौस ना जानो
सितम फिरदौस ना जानो
प्रेमदास वसु सुरेखा
चंचल मन***चंचल मन***
चंचल मन***चंचल मन***
Dinesh Kumar Gangwar
ना रहीम मानता हूँ मैं, ना ही राम मानता हूँ
ना रहीम मानता हूँ मैं, ना ही राम मानता हूँ
VINOD CHAUHAN
भरोसा सब पर कीजिए
भरोसा सब पर कीजिए
Ranjeet kumar patre
देश से दौलत व शुहरत देश से हर शान है।
देश से दौलत व शुहरत देश से हर शान है।
सत्य कुमार प्रेमी
नक़ली असली चेहरा
नक़ली असली चेहरा
Dr. Rajeev Jain
घर आये हुये मेहमान का अनादर कभी ना करना.......
घर आये हुये मेहमान का अनादर कभी ना करना.......
shabina. Naaz
चलो आज खुद को आजमाते हैं
चलो आज खुद को आजमाते हैं
कवि दीपक बवेजा
दोस्ती
दोस्ती
लक्ष्मी सिंह
राशिफल
राशिफल
Dr. Pradeep Kumar Sharma
😊नया नारा😊
😊नया नारा😊
*प्रणय प्रभात*
*गाथा बिहार की*
*गाथा बिहार की*
Mukta Rashmi
Loading...