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22 Oct 2021 · 1 min read

कविता के मूल्यांकन

का तहरा कविता से
समय तहार बोलेला!
का तहरा कविता से
राजसिंहासन डोलेला!
का तहरा कविता से
पोल सबके खुलेला!
का तहरा कविता से
गरमी ख़ून में घुलेला!
Shekhar Chandra Mitra
#धार्मिककट्टरपंथ #सिंघुबार्डर
#CommunalPolitics

Language: Bhojpuri
411 Views

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