कल फिर एक नया सूरज आएगा
कल फिर एक नया सूरज आएगा नई उजियारी दिखलायेगा
फिर से फूल महकेंगे राहों में नई किरण जगमगाएगी
हर कली खिल जाएगी
फिर से फिर से नवप्रभात होगा इक नवजीवन संचार होगा
फिर एक सुनहरा आज होगा फिर उम्मीद की किरण झिलमिल आएगी
हर मुरझाई डाली फिर हरियाएगी
फिर एक नया उत्साह होगा निराश उदास शहरों के लिए एक नया जोश लेकर आएगा
उम्र अंधेरे की बस रात भर है
सुबह होते ही अंधेरा मुंह छुपा कर भाग जाएगा क्योंकि एक नया सूरज एक नई सुबह दिलाएगा
ना छोड़ो उम्मीद की राह क्योंकि इस उम्मीद का विश्वास ही एक नई राह पर लेकर जाएगा
मन का यह विश्वास है तो एक नई दुनिया बनाएगा
बीता हुआ कल पुराना हुआ आने वाला दिन एक नया उत्साह लेकर आएगा
नया दिन आते ही पुराना अतीत हो जाएगा हो जाएगा
सुनहरा कल आज बनकर फिर मुस्कुराएगा
छट जाएंगे कांटे राहों से इक सुगम पथ बनाएगा
फूलों की एक बनाएगा कल फिर नया सूरज आएगा नई
राह दिखलायेगा
गूंजेगी हर दिशा खिल जाएगी सुनहरी धूप फिर जगमग जगमग झिलमिलायेगा
हट जाएँगे दुख के काले बादल नीला आसमान फिर संवर जाएगा
एक नया जहां खिल खिल आएगा फिर एक नया सूरज आएगा नई राह दिखाएगा।।
‘कविता चौहान’