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27 Aug 2024 · 1 min read

कल गोदी में खेलती थी

कल गोदी में खेलती थी
आज साथ मेरे चलती है
कल छू लेगी बुलंदी
माँ यही दुआ करती है

©️ डॉ. शशांक शर्मा “रईस”

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