कलाधर छन्द
कलाधर छन्द
21 21 21 21, 21 21 21 21, 21 21 21 21, 21 21 21 2
रीति जो चली समाज, और देश में प्रसिद्ध,
आज से दहेज आप, रीति बन्द कीजिये।
बेटियां सदा महान, देश में रही सुजान,
बेटियों विवाह हेतु बन्द द्वन्द कीजिये।
आप तो प्रबुद्ध बुद्ध, शुद्ध भावना विभाव,
मांग द्वेष छोड़ के विवाह बन्धु कीजिये।
सभ्यता समाज नव्य, रीति नीति का प्रचार,
दीजिये मनुष्य को दहेज बन्द कीजिये।