Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
9 Jun 2023 · 1 min read

कलयुग

एक दौर था जब भी सोते थे
ख़्वाब सुहाने आते थे,
ये वक़्त भी कैसा वक़्त है जिसमें,
नींद भी नहीं आती है।

एक दौर था जब सारे बच्चें
भोले थे सीधे-सच्चे थे,
ये कौन ज़माना है जिस में,
बचपन बच्चों के पास नहीं।

वो समय नजाने क्यों गुज़रा
जब सबके मन में धीरज था,
जब लोग सरल थे सादे थे,
जब लोग निभाते वादे थे।

ये कौन समय है मायावी
हर कोई दिखावा करता है,
हर कोई सबसे बेहतर है
हर कोई दावा करता है।

बच्चें यतीमख़ानों में ,
बूढ़े वृद्धाश्रम में रहते हैं
ये वक़्त ही तो वह युग है जिसको
सब कलयुग कहते हैं।

-जॉनी अहमद ‘क़ैस’

Language: Hindi
225 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
चरित्र साफ शब्दों में कहें तो आपके मस्तिष्क में समाहित विचार
चरित्र साफ शब्दों में कहें तो आपके मस्तिष्क में समाहित विचार
Rj Anand Prajapati
तप त्याग समर्पण भाव रखों
तप त्याग समर्पण भाव रखों
Er.Navaneet R Shandily
धर्म खतरे में है.. का अर्थ
धर्म खतरे में है.. का अर्थ
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
फागुन होली
फागुन होली
Khaimsingh Saini
#शिवाजी_के_अल्फाज़
#शिवाजी_के_अल्फाज़
Abhishek Shrivastava "Shivaji"
POWER
POWER
Satbir Singh Sidhu
माँ दे - दे वरदान ।
माँ दे - दे वरदान ।
Anil Mishra Prahari
Everything happens for a reason. There are no coincidences.
Everything happens for a reason. There are no coincidences.
पूर्वार्थ
I'd lost myself
I'd lost myself
VINOD CHAUHAN
कामचोर (नील पदम् के दोहे)
कामचोर (नील पदम् के दोहे)
दीपक नील पदम् { Deepak Kumar Srivastava "Neel Padam" }
ग़ज़ल _ धड़कन में बसे रहते ।
ग़ज़ल _ धड़कन में बसे रहते ।
Neelofar Khan
चाँदनी रातों में बसी है ख़्वाबों का हसीं समां,
चाँदनी रातों में बसी है ख़्वाबों का हसीं समां,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
ख़्वाबों में तुम भले डूब जाओ...
ख़्वाबों में तुम भले डूब जाओ...
Ajit Kumar "Karn"
" सुन्दरी"
Dr. Kishan tandon kranti
दीपावली
दीपावली
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
गरीबी तमाशा
गरीबी तमाशा
Dr fauzia Naseem shad
सुबह सुबह घरवालो कि बाते सुनकर लगता है ऐसे
सुबह सुबह घरवालो कि बाते सुनकर लगता है ऐसे
ruby kumari
जिदंगी हर कदम एक नयी जंग है,
जिदंगी हर कदम एक नयी जंग है,
Sunil Maheshwari
नारी तेरा रूप निराला
नारी तेरा रूप निराला
Anil chobisa
दग़ा तुमसे जब कोई, तेरा हमख़्वाब करेगा
दग़ा तुमसे जब कोई, तेरा हमख़्वाब करेगा
gurudeenverma198
टाईम पास .....लघुकथा
टाईम पास .....लघुकथा
sushil sarna
*साम्ब षट्पदी---*
*साम्ब षट्पदी---*
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
4082.💐 *पूर्णिका* 💐
4082.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
अंग्रेज तो चले गए ,
अंग्रेज तो चले गए ,
ओनिका सेतिया 'अनु '
आपको स्वयं के अलावा और कोई भी आपका सपना पूरा नहीं करेगा, बस
आपको स्वयं के अलावा और कोई भी आपका सपना पूरा नहीं करेगा, बस
Ravikesh Jha
जब इंस्पेक्टर ने प्रेमचंद से कहा- तुम बड़े मग़रूर हो..
जब इंस्पेक्टर ने प्रेमचंद से कहा- तुम बड़े मग़रूर हो..
Shubham Pandey (S P)
जोकर
जोकर
Neelam Sharma
#संसार की उपलब्धि
#संसार की उपलब्धि
Radheshyam Khatik
#व्यंग्य-
#व्यंग्य-
*प्रणय*
जो समझ में आ सके ना, वो फसाना ए जहाँ हूँ
जो समझ में आ सके ना, वो फसाना ए जहाँ हूँ
Shweta Soni
Loading...