Posts Tag: Johnny Ahmed 40 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Johnny Ahmed 'क़ैस' 27 Dec 2023 · 1 min read तब आदमी का होता है पीरी से सामना 221 2121 1221 212 तब आदमी का होता है पीरी से सामना थोड़ा सा भी नहीं बचे है जब लड़कपना तू दूरबीन से न कभी ढूँढ ख़ामियाँ इस काम के... Hindi · Johnny Ahmed 33 Share Johnny Ahmed 'क़ैस' 22 Dec 2023 · 1 min read पानी की तरह रंग है वो कितनी हसीं है पानी की तरह रंग है वो कितनी हसीं है मानो है हवा सुब्ह की हाँ इतनी हसीं है बर्बाद लगे ताजमहल सामने उसके इक बार ज़रा सोचो कि वो कितनी... Hindi · Johnny Ahmed 39 Share Johnny Ahmed 'क़ैस' 6 Dec 2023 · 1 min read 122 122 122 122 मुझे जब भी तुम प्यार से देखती हो लगे तुम किसी फूल की पंखुड़ी हो नजाने मैं क्या हूँ तुम्हारे लिए पर मेरे वास्ते तुम वजह आख़िरी हो ज़हन मेरा... Hindi · Johnny Ahmed 118 Share Johnny Ahmed 'क़ैस' 3 Dec 2023 · 1 min read यक़ीनन मुझे मरके जन्नत मिलेगी भले सारी दुनिया की दौलत मिलेगी मगर क्या मुझे उससे राहत मिलेगी इस ईमानदारी का ये फ़ायदा है बिला फ़िक़्र सोने की रहमत मिलेगी भला क्या ही ख़्वाहिश से वादे... Hindi · Johnny Ahmed 48 Share Johnny Ahmed 'क़ैस' 26 Nov 2023 · 1 min read मातम-ए-मर्ग-ए-मोहब्बत मैं अपना शिकस्ता दिल लेके जब निकला उसके कूचे से मुझको मेरी तन्हाई ने रो-रो के लगाया सीने से अँधेरा जब छाने लगा नज़रों की हद कम होने लगी साँसों... Hindi · Johnny Ahmed · Uskechalejaaneae 88 Share Johnny Ahmed 'क़ैस' 24 Sep 2023 · 1 min read राजकुमारी इक राजकुमारी से मुझे प्यार हुआ था महसूस-ए-मोहब्बत सर-ए-दरबार हुआ था मैं इश्क़ में दिल अपना कभी हारा नहीं था लाचार-ए-मोहब्बत मैं उसी बार हुआ था थी रात अमावस की... Hindi · Johnny Ahmed · ग़ज़ल 1 97 Share Johnny Ahmed 'क़ैस' 16 Sep 2023 · 1 min read बहुत ज़्यादा ज़रूरत है मुझे इतनी सज़ा दे दो बहुत ज़्यादा ज़रूरत है मुझे इतनी सज़ा दे दो वो जाए छोड़कर मुझको महज़ ऐसी दुआ दे दो मुझे उस बे-वफ़ा से अब ज़रा सा भी नहीं मिलना कभी सपनें... Hindi · Johnny Ahmed 238 Share Johnny Ahmed 'क़ैस' 13 Sep 2023 · 1 min read The Bench Beneath autumn's amber, on that park bench so dear, Two hearts converged, in whispered love sincere. Now distanced by fate, their souls yearn to find, The warmth of their touch,... English · Johnny Ahmed 83 Share Johnny Ahmed 'क़ैस' 29 Jul 2023 · 1 min read माना डगर कठिन है माना बहुत है मुश्किल माना डगर कठिन है माना बहुत है मुश्किल लेकिन अगर यक़ी हो मिलती है यार मंज़िल है इम्तिहान कोई ये ज़िंदगी हमारी हर सम्त पर खड़ा है मौक़ा-शनास क़ातिल इस... Hindi · Johnny Ahmed 133 Share Johnny Ahmed 'क़ैस' 16 Jul 2023 · 1 min read देखती तक नहीं वो घड़ी-भर मुझे देखती तक नहीं वो घड़ी-भर मुझे हाँ वही जो नहीं है मयस्सर मुझे ख़ैर शायद मोहब्बत मेरी भूल थी सो सज़ा भी मिलेगी जनम-भर मुझे देखकर भी नज़र फेर लेती... Hindi · Johnny Ahmed 107 Share Johnny Ahmed 'क़ैस' 9 Jul 2023 · 1 min read इस तरह का कभी हादसा फिर न हो इस तरह का कभी हादसा फिर न हो ज़ीस्त में इश्क़ का सानेहा फिर न हो दिल के हर पेड़ को ख़त्म जड़ से करो ताकि दिल में कभी घोंसला... Hindi · Johnny Ahmed 74 Share Johnny Ahmed 'क़ैस' 16 Jun 2023 · 1 min read यादें नदी के किनारे ठीक उसी नीलमोहर की छाव तले बैठ जाता हूँ आजकल, जिसे भेदकर धूप हमें छू भी नहीं पाती थी हाँ अकेले बैठना थोड़ा कठिन तो ज़रूर है,... Hindi · Johnny Ahmed 181 Share Johnny Ahmed 'क़ैस' 9 Jun 2023 · 1 min read कलयुग एक दौर था जब भी सोते थे ख़्वाब सुहाने आते थे, ये वक़्त भी कैसा वक़्त है जिसमें, नींद भी नहीं आती है। एक दौर था जब सारे बच्चें भोले... Hindi · Johnny Ahmed 184 Share Johnny Ahmed 'क़ैस' 4 May 2023 · 1 min read दर्द दिल का किसी को सुनाता नहीं 212 212 212 212 दर्द दिल का किसी को सुनाता नहीं हाँ मगर आजकल मुस्कुराता नहीं आँसुओं का समंदर है दिल में मेरे एक आँसू भी लेकिन बहाता नहीं बन... Hindi · Johnny Ahmed · कविता 79 Share Johnny Ahmed 'क़ैस' 28 Apr 2023 · 1 min read गर्मी वाली छुट्टियां वैसे तो हम जीवन में ढेरों त्योहार मनाते हैं पर एक ऐसा पर्व है जिसको सोचके ही मुस्काते है आग बबूला सूरज से ये सब बच्चों को बचाता है गर्मी... Hindi · Johnny Ahmed 177 Share Johnny Ahmed 'क़ैस' 28 Apr 2023 · 1 min read गर्मी की छुट्टियां नींद न आने पर पर घंटों तक, लोरी गाके सुनाती है ओढ़नी से अपने बच्चे को, कड़ी धूप से बचाती है मां गर्मी के मौसम में, जौ का पानी पिलाती... Hindi · Johnny Ahmed 309 Share Johnny Ahmed 'क़ैस' 24 Apr 2023 · 1 min read लब-ए-साहिल हमारी आस में आँखें टिकाए है लब-ए-साहिल हमारी आस में आँखें टिकाए है समंदर भी हमारी याद में आँसू बहाए है जुदाई में भले ही मैं न रोया एक भी आँसू ग़म-ए-फ़ुर्क़त मुझे भी है मेरा... Hindi · Johnny Ahmed 116 Share Johnny Ahmed 'क़ैस' 15 Apr 2023 · 1 min read चमचागिरी- एक कठोर तप यह एक कला है , साधना है जीवन भरकर की तपस्या है चमचों को चमचागिरी से बिल्कुल नहीं समस्या है। ज़ुबान पर जी-हुज़ूर साहब जो बोलें वो मंजूर बिना मज़दूरी... Hindi · Johnny Ahmed 1 380 Share Johnny Ahmed 'क़ैस' 8 Apr 2023 · 1 min read ख़ून के धब्बें ख़ून के धब्बें शर्ट पे उसके लगे हुए थे मोटे-मोटे लेकिन क्योंकि जेब में उसकी इक सेहतमंद बटवा था, सोने की चेन थी उसकी, हीरे की अंगूठी थी गाड़ी भी... Hindi · Johnny Ahmed 136 Share Johnny Ahmed 'क़ैस' 1 Apr 2023 · 1 min read छोड़कर मैं आज तेरी गलियों को आगे बढ़ा छोड़कर मैं आज तेरी गलियों को आगे बढ़ा तुम में मुझमें कुछ नहीं था तुमने ऐसा क्यों कहा छोड़कर मैं आज तेरी गलियों से आगे बढ़ा उसकी आंखों में चमक... Hindi · Johnny Ahmed 287 Share Johnny Ahmed 'क़ैस' 20 Mar 2023 · 1 min read एक दिन तो कभी ऐसे हालात हो एक दिन तो कभी ऐसे हालात हो आप हमसे मिले और बरसात हो आप फिसले मैरी गोद में आ गिरे बस ख़ुदा की तरफ़ से ये सौग़ात हो आपसे पूछ... Hindi · Johnny Ahmed · Uskechalejaaneae 137 Share Johnny Ahmed 'क़ैस' 7 Mar 2023 · 1 min read यादों की अलमारी बासी पुरानी ज़िन्दगी के घर में अब भी एक कोना बचा हुआ है जिससे ख़ुशबू आती रहती है। उस कोने में एक बे-हद पूरानी दबीज़ यादों की अलमारी रखी है... Hindi · Johnny Ahmed 1 121 Share Johnny Ahmed 'क़ैस' 6 Mar 2023 · 2 min read उसकी रहमत की नहीं हद ग़म-ए-शब मुख़्तसर नहीं भले तवील सही अपनी हर बात ग़लत दुनिया की दलील सही फिर भी लड़ते हुए बढ़ाते रहो अपने कदम आदत-ओ-सीरत-ए-दहर है ख़िज़ा का मौसम दिल में जो... Hindi · Johnny Ahmed 1 236 Share Johnny Ahmed 'क़ैस' 21 Feb 2023 · 1 min read कितना मुश्किल होता होगा जीते जी मर जाना भी कितना मुश्किल होता होगा। मरते मरते जीते रहना कितना मुश्किल होता होगा। हाल-ए-ग़म में हँसते रहना कितना मुश्किल होता होगा हर दिन ख़ुद से लड़ते... Hindi · Johnny Ahmed 187 Share Johnny Ahmed 'क़ैस' 15 Feb 2023 · 1 min read बेबसी इतने क़रीब मगर फिर भी कितने दूर हैं हम उलझनों के वज़न तले दबे मजबूर हैं हम। तुम्हारे मख़मल से मुलायम होंठों को, अपने होंठों से छूना चाहता हूँ मैं... Hindi · Johnny Ahmed 122 Share Johnny Ahmed 'क़ैस' 12 Feb 2023 · 1 min read हक़ीक़त बताना ज़रूरी नहीं था हक़ीक़त बताना ज़रूरी नहीं था मुझे यूँ रुलाना ज़रूरी नहीं था अगर तुम नहीं थी ग़ज़ल मेरी फिर तो तुम्हें गुनगुनाना ज़रूरी नहीं था मुझे छोड़कर तुमको जाना अगर था... Hindi · Ghazal · Johnny Ahmed 1 106 Share Johnny Ahmed 'क़ैस' 2 Feb 2023 · 1 min read शेर... चले जाते हैं मय-ख़ाने शराबी सोचकर बस ये उदासी की दवा बस इस शिफ़ा-ख़ाने में मिलती है -जॉनी अहमद 'क़ैस' Hindi · Johnny Ahmed 102 Share Johnny Ahmed 'क़ैस' 29 Dec 2022 · 1 min read मैं तुम्हारा इंतज़ार करूँगा जिस तरह अपने मुक़र्रर वक़्त से पीछे चल रही ट्रैन का इंतज़ार स्टेशन मास्टर करता है; जैसे बा-उम्मीद एक भूखा मिस्कीन ज़ीस्त के करवट बदलने का इंतज़ार करता है; जैसे... Hindi · Johnny Ahmed · Poem 1 1 219 Share Johnny Ahmed 'क़ैस' 28 Dec 2022 · 1 min read क्योंकि इश्क़ है हज़ारों फ़ीट ऊपर से बारिश बेजान ज़मीं को अपने लम्स का एहसास देने आती है उसे चूमने आती है क्योंकि इश्क़ है। सब्ज़ मेहंदी सिलबट्टे पर पिसने के बाद किसीके... Hindi · Johnny Ahmed · Kavita · Poem 2 2 195 Share Johnny Ahmed 'क़ैस' 27 Dec 2022 · 1 min read भीगे हैं अश्क़ों से सारे भरम दहलीज़-ए-दिल पे आके रुकी ज़िन्दगी जैसे थम सी गई चलना ज़रूरी हाँ था बहुत नज़रें मगर मुड़ ही गई यादें तेरी इस दिल में बसी तूने दिए पर दिल को... Hindi · Johnny Ahmed · गीत 2 107 Share Johnny Ahmed 'क़ैस' 16 Dec 2022 · 1 min read ग़ज़ल जिस जगह आख़िरी बार हम तुम मिले फूल ही फूल अब उस जगह पर खिले। हाँ वहीं पर हमारा बना मक़बरा थी जहाँ बैठकर तुम सुनाती गिले। इश्क़ का मर्ज़... Hindi · Ghazal · Johnny Ahmed 1 160 Share Johnny Ahmed 'क़ैस' 19 Nov 2022 · 1 min read प्यारा बचपन वक़्त की उँगली पकड़े हुए जब आधी ज़ीस्त गुज़र गई, आधे साथी पीछे छूटें और आधों की ख़बर नहीं। यक-लख़्त किसी इक शाम को मैं ठहरा और फिर खो गया,... Hindi · Johnny Ahmed · कविता 1 114 Share Johnny Ahmed 'क़ैस' 31 Oct 2022 · 1 min read शर्म जब कपड़ें पहने हुआ एक इंसाँ, नंगों के शहर में आया चारों तरफ़ देखके नंगें, आदमी वो शरमाया। सारे नंगें तरस भरी, नज़रों से उसको देख रहे थे क्यों ये... Hindi · Johnny Ahmed · कविता 3 1 145 Share Johnny Ahmed 'क़ैस' 5 Oct 2022 · 1 min read नागन उसकी आँखों ने जब मेरे चेहरे से करवट बदली उसने अपना चेहरा बदला पैरों की आहट बदली। घूँघट चौखट पनघट बदले वो भी ख़ुद सरपट बदली आख़िर काली नागन ने... Hindi · Johnny Ahmed · कविता 2 110 Share Johnny Ahmed 'क़ैस' 23 Sep 2022 · 1 min read जमी हुई धूल उस जमी हुई धूल को साफ़ मत करो वक़्त के आईने पर पर्दा ज़रूरी होता है। जो किस्सा भूल जाने में भलाई हो उसे भूल जाओ.…....याद मत करो जो छोड़कर... Hindi · Hindi Poem · Johnny Ahmed · कविता 3 289 Share Johnny Ahmed 'क़ैस' 15 Sep 2022 · 1 min read नाचनेवालियाँ अब हमें ज़िन्दगी की ख़बर मिल रही मौत से जब हमारी नज़र मिल रही। ज़ीस्त उस रोज़ से बे-असर लग रही मौत जब से हमे बन सँवर मिल रही। जनवरी... Hindi · Ghazal · Johnny Ahmed · Kavita 1 188 Share Johnny Ahmed 'क़ैस' 7 Sep 2022 · 1 min read मैं नहीं मगर मैं नहीं मगर बरामदे पे रखे गेरुवे फूलदान पूछ रहे थे उन पर अपने अल्फ़ाज़ का पानी कब डालोगी। घर की हवादार खिड़कियाँ पूछ रही थी तुम उन्हें नए पर्दों... Hindi · Johnny Ahmed · Kavita · Love 1 88 Share Johnny Ahmed 'क़ैस' 19 Aug 2022 · 1 min read हाँ तुझे बस ये बताना चाहता हूँ हाँ तुझे बस ये बताना चाहता हूँ अब तुझे मैं भूल जाना चाहता हूँ। नाँव बनवाकर तेरे झूठें ख़तों की एक नाली में बहाना चाहता हूँ। ख़ूब ख़र्चे कर दिए... Hindi · Ghazal · Johnny Ahmed 2 238 Share Johnny Ahmed 'क़ैस' 22 Jul 2022 · 1 min read अँगड़ाई हम ज़िन्दगी से ऊबकर मर ही गए होते मगर हमने किसी इक सुब्ह उसकी अँगड़ाई देख ली -Johnny Ahmed 'क़ैस' Hindi · Johnny Ahmed · Love · शेर 2 310 Share Johnny Ahmed 'क़ैस' 10 Jun 2022 · 1 min read अम्मी आकर कहा फ़रिश्तों ने " तुझको हर एक ख़ुशी मिलेगी। मौत के बाद जन्नत भी मिलेगी। "' हँसते हुए बस इतना पूछा " क्या जन्नत में अम्मी मिलेगी......? " -जॉनी... Hindi · Johnny Ahmed · कविता 3 1 275 Share