कलयुग की वास्तविकता
आज हो रहा देश भर मे राष्ट् वाद हंगामा है….
कही जुझते नेता तो कही मीडिया का डामा है…………
असलीयत से तो सब परे हो जाते है.कैसे बचाऊ कुर्सी अपनी सब पर परदा डाल जाते है…
कोई नही देखता जड़ो की हालत नाजुक है..
सब इच्छुक फल के औरो से किसका नाता है……..
कल के नौजवा इन्कलाब पर मरते थे.वोआज क्लबो मे जान छीड़कते है..कलयुग वास्तविकता मे अपना रूप दिखाएगा..
सारे देशों की जय होगी भारत बस नाम का रह जायेगा……$