कलयुग और सतयुग
कलयुग का अंत होने वाला है
सतयुग आने वाला है
कलयुग में तो पाप हिंसा बढ़ गया है
लोग प्यार त्याग को भूल गये हैँ
और एक दूसरे से यहाँ पे लड़ रहे हैँ
कलयुग तो अधर्म की जन्मभूमि बन गयी है
धरती माता इसके बोझ तले दब गयी है
कलयुग में तो लोग एक -एक पैसे के लिए
अपने और परायों को भी भूल रहे हैँ
कलयुग में तो पैसों को ही सबकुछ माना जाता है
और माँ बाप को घर से बाहर कर दिया जाता है
किसी पर जुल्म होते देख,किसी को दया नहीं आती है
देख कर भी अनदेखा जैसे करते हैँ
कलयुग का अंत होने वाला है
सतयुग आने वाला है
लोग भगवान तक को भी छोड़ते नहीं है
उनकी आड़ में काले धंधे करते हैँ
कलयुग में तो पैसों को ही भगवान माना जाता है
और पैसों की ही पूजा की जाती है
कलयुग में रोग संक्रमण बढ़ रहे हैँ
जिससे लोग दुखी हो रहे हैँ
कलयुग का अंत होने वाला है सतयुग आने वाला है
सतयुग का अर्थ होता है सत्य का जमाना
सतयुग में तो राजा हरिश्चंद्र जैसे बेटे जन्म लेंगे
और अपने माँ बाप का नाम रौशन करेंगे
सतयुग में लोग सिर्फ धर्म को ही अपनायेंगे
कलयुग का अंत वाला वाला है
सतयुग आने वाला है