कलम
कलम
कलम की मस्ती सबसे सस्ती
क्या क्या ये लिख जाती है
समय के पन्नों पर चल कर
कलम इतिहास लिखजाती है
लिखनें का था दिल नहीं पर
जब कलम आयी हाथ मेरे
जज्बातों से भर गया पृष्ठ
कुछ बदले तब हालात मेरे
अब मुंह से कुछ न बोलेंगे
बस कलम से हीराज खोलेंगे
न तुम हमको भूल पावोगे
न हम तुमको भुला पायेंगे
कुमुद की कलम से 🙏