Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
13 Jun 2023 · 1 min read

कलम जो चली

कलम जो चली
तो मची खलबली
इसकी चपेट में आ गए क्रुर बाहुबली ।
भ्रष्टाचारी हुए बेनकाब
उन्की हालत हुई खराब
सबके ऊपर गिरी गाज़
चाहे बैठें हो जिस पद पर जनाब ।
तारीफ के काबील पे भी छोड़ी स्याही
सज़ा के काबील पे भी मड़ोरी स्याही
कलमकार की भी हुई हौसला आफजायी
जब सच्ची बात बताने कलम चली ।

Language: Hindi
460 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Rajeev kumar
View all
You may also like:
अपने-अपने संस्कार
अपने-अपने संस्कार
Dr. Pradeep Kumar Sharma
ख्वाब में देखा जब से
ख्वाब में देखा जब से
Surinder blackpen
हिंदी दिवस पर ग़ज़ल
हिंदी दिवस पर ग़ज़ल
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
ଖେଳନା ହସିଲା
ଖେଳନା ହସିଲା
Otteri Selvakumar
रंगीला संवरिया
रंगीला संवरिया
Arvina
ग़ज़ल
ग़ज़ल
Jitendra Kumar Noor
अस्ताचलगामी सूर्य
अस्ताचलगामी सूर्य
Mohan Pandey
You have to keep pushing yourself and nobody gonna do it for
You have to keep pushing yourself and nobody gonna do it for
पूर्वार्थ
*नशा करोगे राम-नाम का, भवसागर तर जाओगे (हिंदी गजल)*
*नशा करोगे राम-नाम का, भवसागर तर जाओगे (हिंदी गजल)*
Ravi Prakash
फिर आई स्कूल की यादें
फिर आई स्कूल की यादें
Arjun Bhaskar
इतनी बिखर जाती है,
इतनी बिखर जाती है,
शेखर सिंह
आपकी मुस्कुराहट बताती है फितरत आपकी।
आपकी मुस्कुराहट बताती है फितरत आपकी।
Rj Anand Prajapati
आप अपनी नज़र से
आप अपनी नज़र से
Dr fauzia Naseem shad
मुहब्बत भी मिल जाती
मुहब्बत भी मिल जाती
Buddha Prakash
खुद की नजर में तो सब हीरो रहते हैं
खुद की नजर में तो सब हीरो रहते हैं
Ranjeet kumar patre
चाँदनी रातों में बसी है ख़्वाबों का हसीं समां,
चाँदनी रातों में बसी है ख़्वाबों का हसीं समां,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
विकट जंग के मुहाने पर आज बैठी है ये दुनिया
विकट जंग के मुहाने पर आज बैठी है ये दुनिया
इंजी. संजय श्रीवास्तव
Tu chahe to mai muskurau
Tu chahe to mai muskurau
HEBA
CISA Course in Dubai
CISA Course in Dubai
Durga
" गौर से "
Dr. Kishan tandon kranti
..
..
*प्रणय*
4001.💐 *पूर्णिका* 💐
4001.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
मां नर्मदा प्रकटोत्सव
मां नर्मदा प्रकटोत्सव
ओमप्रकाश भारती *ओम्*
न अच्छे बनो न बुरे बनो
न अच्छे बनो न बुरे बनो
Sonam Puneet Dubey
तक़दीर शून्य का जखीरा है
तक़दीर शून्य का जखीरा है
सिद्धार्थ गोरखपुरी
समस्याओं के स्थान पर समाधान पर अधिक चिंतन होना चाहिए,क्योंकि
समस्याओं के स्थान पर समाधान पर अधिक चिंतन होना चाहिए,क्योंकि
Deepesh purohit
बसंत (आगमन)
बसंत (आगमन)
Neeraj Agarwal
हम किसी का वाह्य स्वरूप ही देख पाते...
हम किसी का वाह्य स्वरूप ही देख पाते...
Ajit Kumar "Karn"
Mksport là một trong những nhà cái c&aa
Mksport là một trong những nhà cái c&aa
MKSport
*बादल छाये नभ में काले*
*बादल छाये नभ में काले*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
Loading...