कलम का परिचय
ना बात करूं तलवारो की
न ढालो की कृपाणों की
ना बात करूं दीवानो की
दिलवालो की मस्ताँनो की
ना बात करूं राजा रानी के
किस्से मजहब पुरानो की
ना बात करूं उन कुत्तो की
उन कुत्तो के दिवानो की
ना बात करूं अधिकारी के
उन प्यारे से अधिकारो की
ना बातकरूं उस मालिक की
मालिक के माल गुजारो की
ना बात करूं उन लोगो की
जिनने लोगो को काट दिया
ना बात करूं गद्दारो की
जिनने हम उनको बाँट दिया
मैं बात करूं मा बेटी की
उन बेटो के संस्कारों की
मैं बात करूं मजदूरो की
भूखे लाचार किसानो की
मैं बात करूं अपनेपन की
“कृष्णा” उनको अपनाने की
मैं बात करूं समृद्धि की
सबको समृद्ध बनाने की
कृष्णकांत गुर्जर
7805060306