कर सोलह श्रृंगार नारियां मना रहीशिव शंकर को
गीत
मात्रा भार 16/ 14
प्रदत शब्द -कर सोलह श्रृंगार नारियां,
बना रही शिव शंकर को।
सज धज के सुहागिन नारियां,
चली मात अजमाने को।
शिव शंकर का ध्यान धरा है,
अपना भाग जगाने को।
छल कपटों से दूर रहे मां,
मेरा साजन भोला है।
उसकी रक्षा की खातिर मां,
मेरा मन भी बोला है।
रखना हाथ सदा सिर उनके ,
हर लो काल भयंकर को।
कर सोलह श्रृंगार नारियां ,
मना रही शिव शंकर को।
सौभाग्य द्रव्य लेकर आई,
पूज रही मां गौरा को।
बेल, धतूरा, भांग, मोगरा,
ले आई शिव शंकर को।
रखो ध्यान मेरे साजन का ,
कहे भूत प्रलयंकर को।
कर सोलह सिंगार नारियां ,
मना रही शिव शंकर को।
ललिता कश्यप जिला बिलासपुर हिमाचल प्रदेश