Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
30 Jan 2024 · 1 min read

कर्मवीर भारत…

भारत सदा से ही रहा है कर्मवीरों की थली।
दम पे इन्हीं के सभ्यता अनुदिन यहाँ फूली फली।

नित काम में रत हैं मगर फल की न करते कामना।
सौ मुश्किलों सौ अड़चनों का रोज करते सामना।
इनकी लगन को देखकर हों पस्त अरि के
हौसले,
कैसे विधाता वाम हो जब पूत मन की भावना।
शिव नाम मन जपते चलें ले कर्म की गंगाजली।
भारत सदा से ही रहा है कर्मवीरों की थली।

कुछ चुटकियों का खेल है हर काम इनके वास्ते।
धुन में मगन चलते चलें आसान करते रास्ते।
फल कर्म का पहला सदा करके समर्पित ईश को,
करते विदा सब उलझनें हँसते-हँसाते-नाचते।
कब दुश्मनों की दाल कोई सामने इनके गली।
भारत सदा से ही रहा है, कर्मवीरों की थली।

उड़ती चिरैया भाँप लें जल-थाह गहरी नाप लें।
अपकर्म या दुष्कर्म का सर पे न अपने पाप लें।
आशीष जन-जन का लिए सर गर्व से ऊँचा किए,
फूलों भरी शुभकर्म की झोली जतन से ढाँप लें।
कलुषित हृदय की भावना कदमों तले घिसटी चली।
भारत सदा से ही रहा है कर्मवीरों की थली।

बैठे भरोसे भाग्य के रहते नहीं हैं ये कभी।
करके दिखाते काम हैं कहते नहीं मुख से कभी।
आए बुरा भी दौर तो छोड़ें न करनी साधना,
फुसलाव में भटकाव में आते नहीं हैं ये कभी।
हर शै जमाने की झुकी, पीछे सदा इनके चली।
भारत सदा से ही रहा, है कर्मवीरों की थली।

© सीमा अग्रवाल
मुरादाबाद (उत्तर प्रदेश)

Language: Hindi
Tag: गीत
2 Likes · 136 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from डॉ.सीमा अग्रवाल
View all
You may also like:
मोहमाया के जंजाल में फंसकर रह गया है इंसान
मोहमाया के जंजाल में फंसकर रह गया है इंसान
Rekha khichi
✍️ रागी के दोहे ✍️
✍️ रागी के दोहे ✍️
राधेश्याम "रागी"
23, मायके की याद
23, मायके की याद
Dr .Shweta sood 'Madhu'
राम छोड़ ना कोई हमारे..
राम छोड़ ना कोई हमारे..
Vijay kumar Pandey
रिसाइकल्ड रिश्ता - नया लेबल
रिसाइकल्ड रिश्ता - नया लेबल
Atul "Krishn"
श्रीमान - श्रीमती
श्रीमान - श्रीमती
Kanchan Khanna
अश्रु से भरी आंँखें
अश्रु से भरी आंँखें
डॉ माधवी मिश्रा 'शुचि'
मेरे पास नींद का फूल🌺,
मेरे पास नींद का फूल🌺,
Jitendra kumar
आप में आपका
आप में आपका
Dr fauzia Naseem shad
सावन
सावन
Dr Archana Gupta
हार मैं मानू नहीं
हार मैं मानू नहीं
Anamika Tiwari 'annpurna '
बाल कविता: नदी
बाल कविता: नदी
Rajesh Kumar Arjun
यदि आप सकारात्मक नजरिया रखते हैं और हमेशा अपना सर्वश्रेष्ठ प
यदि आप सकारात्मक नजरिया रखते हैं और हमेशा अपना सर्वश्रेष्ठ प
पूर्वार्थ
तुम ऐसे उम्मीद किसी से, कभी नहीं किया करो
तुम ऐसे उम्मीद किसी से, कभी नहीं किया करो
gurudeenverma198
3867.💐 *पूर्णिका* 💐
3867.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
अरे योगी तूने क्या किया ?
अरे योगी तूने क्या किया ?
Mukta Rashmi
होली के दिन
होली के दिन
Ghanshyam Poddar
ଆପଣଙ୍କର ଅଛି।।।
ଆପଣଙ୍କର ଅଛି।।।
Otteri Selvakumar
तड़पता भी है दिल
तड़पता भी है दिल
हिमांशु Kulshrestha
दोहे- शक्ति
दोहे- शक्ति
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
मोनू बंदर का बदला
मोनू बंदर का बदला
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
आख़िरी हिचकिचाहट
आख़िरी हिचकिचाहट
Shashi Mahajan
"लाचार मैं या गुब्बारे वाला"
संजय कुमार संजू
उनको असफलता अधिक हाथ लगती है जो सफलता प्राप्त करने के लिए सह
उनको असफलता अधिक हाथ लगती है जो सफलता प्राप्त करने के लिए सह
Rj Anand Prajapati
राम जपन क्यों छोड़ दिया
राम जपन क्यों छोड़ दिया
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
''नवाबी
''नवाबी" बुरी नहीं। बशर्ते अपने बलबूते "पुरुषार्थ" के साथ की
*प्रणय*
ख़्वाबों में तुम भले डूब जाओ...
ख़्वाबों में तुम भले डूब जाओ...
Ajit Kumar "Karn"
कठिन काल का काल है,
कठिन काल का काल है,
sushil sarna
"ग से गमला"
Dr. Kishan tandon kranti
02/05/2024
02/05/2024
Satyaveer vaishnav
Loading...