कर्त्तव्य-बोध
अधिकारों की बात होती है
अनाचारों की बात होती है
पर
कर्त्तव्य-बोध गौण है
यक्ष-प्रश्न?
जन-मानस मौन है
-©नवल किशोर सिंह
अधिकारों की बात होती है
अनाचारों की बात होती है
पर
कर्त्तव्य-बोध गौण है
यक्ष-प्रश्न?
जन-मानस मौन है
-©नवल किशोर सिंह