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4 Mar 2024 · 1 min read

करो तारीफ़ खुलकर तुम लगे दम बात में जिसकी

करो तारीफ़ खुलकर तुम लगे दम बात में जिसकी
बुरा कहदो उसे भी तुम मिले ग़म बात में जिसकी

नहीं इंसान के क़ाबिल रुलाए और को मिलकर
रखो दूरी नयन करके हुए नम बात में जिसकी

आर.एस. ‘प्रीतम’

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