Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
7 May 2024 · 1 min read

करोगे श्रम मनुज जितना

करोगे श्रम मनुज जितना, बदन पाशान होता है ।
मिलेगी मुश्किलें जितनी,मगज में जान होता है।

उन्हीं को मंजिलें मिलती,रगों में जो जुनूँ रखता,
बना फौलाद-सी बाँहें,जिगर बलवान होता है ।

अगन में स्वर्ण जब जलता,बना कुंदन निखर कर वो।
सदा खुद को तराशा जो,उसी का मान होता है।

सजग होकर रहो मानव, सुरक्षित है तभी जीवन,
नयन जो बंद रखता है, उसे नुकसान होता है।

भरा हो ज्ञान का सागर,रखो हर भावना निर्मल,
चुनौती पूर्ण ये जीवन,तभीआसान होता है।

अमीरी हो गरीबी हो, समस्या कम नहीं होती,
रहे हर हाल में खुश जो, वही धनवान होता है।

पराया-सा समझ कर जो,करे व्यवहार मत जाना,
वहाँ जाना मनुज तेरा,जहाँ सम्मान होता है ।

मुरादें माँग लेने से, कभी पूरी नहीं होती,
जहाँ विस्वास हो कायम, वहाँ भगवान होता है।

कसम खा कर जरूरी तो,नहीं सच ही बतायेगा,
बिका जो चंद पैसों में,कहाँ ईमान होता है।

सियासी दाव जो खेले,मजहबों नाम पर लड़ता
सताये बेगुनाहों को,महज शैतान होता है ।

खुला बाजार ये कैसा,जहाँ ईमान बिकता है,
रहे इंसानियत जिंदा,तभी इंसान होता है।
-लक्ष्मी सिंह

Language: Hindi
2 Likes · 2 Comments · 82 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from लक्ष्मी सिंह
View all
You may also like:
आतंकवाद
आतंकवाद
मनोज कर्ण
इस दुनिया का प्रत्येक इंसान एक हद तक मतलबी होता है।
इस दुनिया का प्रत्येक इंसान एक हद तक मतलबी होता है।
Ajit Kumar "Karn"
*शादी से है जिंदगी, शादी से घर-द्वार (कुंडलिया)*
*शादी से है जिंदगी, शादी से घर-द्वार (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
महबूबा से
महबूबा से
Shekhar Chandra Mitra
हमें अपने जीवन के हर गतिविधि को जानना होगा,
हमें अपने जीवन के हर गतिविधि को जानना होगा,
Ravikesh Jha
एक नयी शुरुआत !!
एक नयी शुरुआत !!
Rachana
**ये गबारा नहीं ‘ग़ज़ल**
**ये गबारा नहीं ‘ग़ज़ल**
Dr Mukesh 'Aseemit'
भारत इकलौता ऐसा देश है जहां लड़के पहले इंजीनियर बन जाते है फ
भारत इकलौता ऐसा देश है जहां लड़के पहले इंजीनियर बन जाते है फ
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
रूह की अभिलाषा🙏
रूह की अभिलाषा🙏
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
पत्रकार की कलम देख डरे
पत्रकार की कलम देख डरे
Neeraj Mishra " नीर "
हमनें अपना
हमनें अपना
Dr fauzia Naseem shad
😢बस एक सवाल😢
😢बस एक सवाल😢
*प्रणय प्रभात*
🥀 *अज्ञानी की कलम*🥀
🥀 *अज्ञानी की कलम*🥀
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
नया साल
नया साल
Arvina
पूछ मत प्रेम की,क्या अजब रीत है ?
पूछ मत प्रेम की,क्या अजब रीत है ?
Ashok deep
शाम हुई, नन्हें परिंदे घर लौट आते हैं,
शाम हुई, नन्हें परिंदे घर लौट आते हैं,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
अधूरा ही सही
अधूरा ही सही
Dr. Rajeev Jain
जहर मिटा लो दर्शन कर के नागेश्वर भगवान के।
जहर मिटा लो दर्शन कर के नागेश्वर भगवान के।
सत्य कुमार प्रेमी
पुरुष जितने जोर से
पुरुष जितने जोर से "हँस" सकता है उतने जोर से "रो" नहीं सकता
पूर्वार्थ
किन्नर व्यथा...
किन्नर व्यथा...
डॉ.सीमा अग्रवाल
छोटे छोटे सपने
छोटे छोटे सपने
Satish Srijan
हमें पता है कि तुम बुलाओगे नहीं
हमें पता है कि तुम बुलाओगे नहीं
VINOD CHAUHAN
2721.*पूर्णिका*
2721.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
छल और फ़रेब करने वालों की कोई जाति नहीं होती,उनका जाति बहिष्
छल और फ़रेब करने वालों की कोई जाति नहीं होती,उनका जाति बहिष्
Shweta Soni
कितना हराएगी ये जिंदगी मुझे।
कितना हराएगी ये जिंदगी मुझे।
Rj Anand Prajapati
"साये"
Dr. Kishan tandon kranti
फूल अब शबनम चाहते है।
फूल अब शबनम चाहते है।
Taj Mohammad
जब मुझको कुछ कहना होता अंतर्मन से कह लेती हूं ,
जब मुझको कुछ कहना होता अंतर्मन से कह लेती हूं ,
Anamika Tiwari 'annpurna '
विरह–व्यथा
विरह–व्यथा
singh kunwar sarvendra vikram
बड़े हुए सब चल दिये,
बड़े हुए सब चल दिये,
sushil sarna
Loading...