करे ज़ुदा बातें हरपल जो, मानव वो दीवाना है।
करे ज़ुदा बातें हरपल जो, मानव वो दीवाना है।
लिए हृदय में सबके हित का, मानो नवल ख़ज़ाना है।।
किसी आरती में कल्याण छिपा, जिसको सब ही गाते हैं;
शुरभि भरे जो हर आँगन में, यह गुलशन का गाना है।।
#आर. एस. ‘प्रीतम’