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24 Oct 2019 · 1 min read

करूँ वन्दना माँ

करूँ
वन्दना माँ
नेक ईमान
अपनाऊँ
जीवन में
चलूँ
सत्य मार्ग पर माँ
ऐसा दो वरदान
करूँ माँ वन्दना तेरी

है जीवन
कठिन
हर कदम पर
चलना है
संभल कर
सोऊँ सफल
जीवन में
ऐसा दे
वरदान माँ

करूँ
साहित्य सृजन
नियमित
उत्कृष्ट रचना
हो हर एक
हो देश समाज
परिवार का
उत्थान
ऐसा दे
वरदान माँ

स्वलिखित
लेखक संतोष श्रीवास्तव भोपाल

Language: Hindi
1 Like · 343 Views
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