करार
करार
थमी हुई थी जिंदगी
रोशनी का चिराग नहीं मिलता
गर्दिशों से उबरने का
कोई भी रास्ता नहीं मिलता
गर तुम ना मिले होते
तो ए मेरे रश्क ए कमर
दिल ए बेकरार को
उमर भर करार नहीं मिलता
संजय श्रीवास्तव “सरल”
बालाघाट (मध्य प्रदेश)
करार
थमी हुई थी जिंदगी
रोशनी का चिराग नहीं मिलता
गर्दिशों से उबरने का
कोई भी रास्ता नहीं मिलता
गर तुम ना मिले होते
तो ए मेरे रश्क ए कमर
दिल ए बेकरार को
उमर भर करार नहीं मिलता
संजय श्रीवास्तव “सरल”
बालाघाट (मध्य प्रदेश)