Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
16 Mar 2021 · 1 min read

**करते रहे वक्त की पूजा**गजल /गीतिका

वक्त के हाथों के ,खिलौने हैं हम।
जैसा खेल खिलाए ,खेलते जाएंगे हम।
न मानेंगे हार, कष्ट मिले चाहे अपार।
रहेगा जब तक ,बाजुओं में दम।।
संभाला जबसे होश,बैठे है न खामोश।
जोश को कभी, न होने दिया है कम।।
जब मिला जैसा मिला, चलता रहा सिलसिला।
न गिला न शिकवा, जीवन जिया है सम।।
देखे सपने सबके लिए, न की अपने ही लिए।
चेतन अवस्था में तो, किया न है सितम।।
करते रहे वक्त की पूजा, बढ़ा न इससे कोई दूजा।
अनुनय वक़्त के साथ चलना,छोड़ के वहम।।
राजेश व्यास अनुनय

1 Like · 400 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
अरे ये कौन नेता हैं, न आना बात में इनकी।
अरे ये कौन नेता हैं, न आना बात में इनकी।
डॉ.सीमा अग्रवाल
3284.*पूर्णिका*
3284.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
"भीषण बाढ़ की वजह"
*Author प्रणय प्रभात*
तुम्हीं तुम हो.......!
तुम्हीं तुम हो.......!
Awadhesh Kumar Singh
उजियारी ऋतुओं में भरती
उजियारी ऋतुओं में भरती
Rashmi Sanjay
जख्म भी रूठ गया है अबतो
जख्म भी रूठ गया है अबतो
सिद्धार्थ गोरखपुरी
राहों में खिंची हर लकीर बदल सकती है ।
राहों में खिंची हर लकीर बदल सकती है ।
Phool gufran
"संवेदना"
Dr. Kishan tandon kranti
पत्थर की अभिलाषा
पत्थर की अभिलाषा
Shyam Sundar Subramanian
*मिट्टी की वेदना*
*मिट्टी की वेदना*
DR ARUN KUMAR SHASTRI
हर दिन एक नई शुरुआत हैं।
हर दिन एक नई शुरुआत हैं।
Sangeeta Beniwal
चले हैं छोटे बच्चे
चले हैं छोटे बच्चे
कवि दीपक बवेजा
दो शे'र
दो शे'र
डॉक्टर वासिफ़ काज़ी
समझा दिया है वक़्त ने
समझा दिया है वक़्त ने
Dr fauzia Naseem shad
प्यार जताना नहीं आता मुझे
प्यार जताना नहीं आता मुझे
MEENU
आलेख-गोविन्द सागर बांध ललितपुर उत्तर प्रदेश
आलेख-गोविन्द सागर बांध ललितपुर उत्तर प्रदेश
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
मन
मन
Happy sunshine Soni
आज की पंक्तिजन्म जन्म का साथ
आज की पंक्तिजन्म जन्म का साथ
कार्तिक नितिन शर्मा
हमारी सोच
हमारी सोच
Neeraj Agarwal
🌹पत्नी🌹
🌹पत्नी🌹
Dr Shweta sood
अबके तीजा पोरा
अबके तीजा पोरा
डॉ विजय कुमार कन्नौजे
ऐतबार कर बैठा
ऐतबार कर बैठा
Naseeb Jinagal Koslia नसीब जीनागल कोसलिया
अगर मरने के बाद भी जीना चाहो,
अगर मरने के बाद भी जीना चाहो,
Ranjeet kumar patre
कहॉं दीखती अब वह मस्ती, बचपन वाली होली जी (गीत)
कहॉं दीखती अब वह मस्ती, बचपन वाली होली जी (गीत)
Ravi Prakash
आलिंगन शहद से भी अधिक मधुर और चुंबन चाय से भी ज्यादा मीठा हो
आलिंगन शहद से भी अधिक मधुर और चुंबन चाय से भी ज्यादा मीठा हो
Aman Kumar Holy
Wishing you a very happy,
Wishing you a very happy,
DrChandan Medatwal
यहां कश्मीर है केदार है गंगा की माया है।
यहां कश्मीर है केदार है गंगा की माया है।
सत्य कुमार प्रेमी
(2) ऐ ह्रदय ! तू गगन बन जा !
(2) ऐ ह्रदय ! तू गगन बन जा !
Kishore Nigam
💐प्रेम कौतुक-276💐
💐प्रेम कौतुक-276💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
मकर संक्रांति -
मकर संक्रांति -
Raju Gajbhiye
Loading...