करते नेता ढोंग
देंगे सबको नौकरी, कहते नेता रोज।
लेकिन क्यों मिलती नहीं, सभी रहे हैं खोज।
सभी रहे हैं खोज, कि करते झूठे वादे।
करते नेता ढोंग, नहीं हैं नेक इरादे।
जब बीते मतदान, दिखाते सबको ठेंगे।
झूठों के सरदार, भला क्या हमको देंगे।।
– आकाश महेशपुरी
दिनांक- 27/02/2024