कमली हुई तेरे प्यार की
नशा है तेरे प्यार का
कही मैं खो ना जाऊ
मुझे तुमसे महोब्बत है इतनी
कही मैं पागल हो ना जाऊ..
हद हो गयी है अब
कर कदर मेरे प्यार की
मैं तो दीवानी हुई
सोने यार की
कमली हई
तेरे प्यार की …
सोना,
सोना इना ना कोई ओर है।
तु मेरे दिल का चित्त चोर है।
माँगा खुदा से तुझे
फिर भी मिलता (हमें) कोई और है।
सामने तो आ मेरे
दिल का तु मेरे चोर है।
मैं दीवानी हुई तेरे दीदार की
कमली हुई तेरे प्यार की
मैं तो दीवानी हुई ,सोने यार की
कमली हुई तेरे प्यार की…
दूर तलक मेरी निगाहों में
तु ही तु है।
तुम्हरें प्यार का असर, इतना क्यों है।
हे ख्वाब और हकीकत में हर जगह
तु ही तु दिखता क्यों है।
हे तेरे प्यार का असर मुझपे इतना क्यों है।
मैं तो दीवानी हुई
तेरे प्यार की
कमली हुई
तेरे प्यार की….
दिल खोया हे
तेरे ही इन्तजार में
तुझको ना यकीन आये
कितना हम तुमको चाहे
यादों में जैसे तु ,बसता ही जाये
हाथ उठाके जैसे
तेरे लिये हमने माँगी दुाऐं
मैं सच्ची दीवानी तेरे प्यार की
कमली हुई
तेरे प्यार की
मैं तो दीवानी हुई
सोने यार की…
मैं जिन्दगी गुजारू तेरे ही इन्तजार में
खोई रहू मैं हमेशा तेरे ही प्यार में
कोई नही मेरा तेरे शिवा इस संसार में
आ तु भी कुछ खरीद ले ,प्यार के इस बाजार में
आ तु भी लेन-देन कर ,प्यार के इस व्यपार में
मैं हमेशा खोई रहू ,तेरे ही इन्तजार में
कभी दिल में आ मेरे
कभी बन दुआ मेरे प्यार की
मैं तो कमली हुई
तेरे प्यार की
मैं तो दीवानी हुई
सोने यार की….
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Swami ganganiya