कभी सोचा है क्या
सुनो ना
कभी सोचा है,
हमारे रिश्ते का नाम क्या है?
दोस्ती,मोहब्बत,जरूरत
ख्वाहिश,जुनून,इश्क
या वो रिश्ता
जो आसमा का जमीन से है
हक़ीक़त का ख्वाब से है
दिन का रात से है
सूरज का चाँद से है
ये कभी एक दूसरे से मिल नही पाते
लेकिन एक दूसरे के बिना रह भी नही सकते
हाँ…!ऐसा ही कुछ रिश्ता है हमारा तुमसे।।